नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चार दिन से जारी 'दूध आंदोलन' आज खत्म हो गया, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने नागपुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद सांसद राजू शेट्टी ने आंदोलन वापस लेने का एलान किया. राजू शेट्टी ने दूध की कीमतों पर राज्य सरकार के फैसले का स्वागत भी किया.
इससे पहले शेट्टी ने कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन से मुलाकात की थी. इस मुलाकात को सकारात्मक बताया जा रहा था. दूध की खरीद के लिये अधिक कीमतों की मांग को लेकर यह आंदोलन सोमवार को शुरू हुआ था. यह आंदोलन स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष सांसद राजू शेट्टी के नेतृत्व में चल रहा था.शेट्टी की पार्टी ने किसानों से सड़कों को अवरुद्ध करने की अपील की थी.
मुख्यमंत्री ने क्या कहा था?
दूध आंदोलन पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्य विधानसभा में ऐलान किया था किदूध की हड़ताल के दौरान दुग्ध उत्पादकों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिये जाएंगे. फडणवीस ने हालांकि स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों पर दर्ज मामले वापस नहीं लिये जाएंगे जो दुग्ध उत्पादक तो नहीं हैं लेकिन उनपर हड़ताल के दौरान हिंसा में संलिप्त होने के आरोप हैं.
क्या मांग कर रहे थे किसान?
कीमत बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का कहना था कि एक लीटर दूध के उत्पादन में 30 रुपये खर्च आता है. सरकार ने प्रतिलीटर 27 रुपए कीमत तय कर रखी है. दूध संघ दूध के फैट के हिसाब से 17 से 25 रुपये ही भुगतान करते हैं. एक लीटर दूध पर किसानों को 10 रुपए नुकसान हो रहा है. बता दें कि किसान दूध के दाम प्रतिलीटर 5 रुपए बढ़ाने की मांग कर रहे थे. सरकार ने दूध खरीदने वाले सहकारी और निजी संगठनों से तीन रुपए प्रतिलीटर कीमत बढ़ाने की बात कही थी.