नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसदों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. गिरिराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्यसभा में हंगामा करने वाले सांसद अर्बन नक्सल जैसे ही हैं. नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली ना तो नियम कायदे और रूल का पालन करते हैं और ना ही वह संविधान को मानते हैं. ठीक कुछ ऐसा ही राज्यसभा में भी हुआ है जहां सांसदों ने सदन के नियम कायदे और रूल को नहीं माना और हंगामा करते रहे. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि अगर सदन में उस वक्त मार्शल नहीं होते तो उपसभापति हरिवंश जी को जान का खतरा हो सकता था हरिवंश जी पर रूल बुक पढ़ने के बहाने हमला करने की साजिश थी.


एबीपी न्यूज़ के पास राज्यसभा की उस घटना की फुटेज है जो यह बताती है कि कैसे, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने रूल बुक फाड़ने की कोशिश की और उपसभापति हरिवंश पर हाथ उठाकर हमला करने की कोशिश की. सूत्रों के मुताबिक जब हाउस में हंगामा चल रहा था उसी दौरान अचानक से टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन वेल में आ गए और उन्होंने सभापति की आसंदी की ओर जाने की कोशिश की. जब मार्शल ने उनको ऐसा करने से रोका तो वह वेल में आ गए और राज्यसभा के महासचिव की कुर्सी के पीछे से होते हुए सीधे रूल बुक लेकर उप सभापति की तरफ बढ़े. इसी दौरान डेरेक ओ ब्रायन ने उप सभापति के माइक को तोड़ा, जिसकी वजह से माइक से आवाज आनी बंद हो गई. इसी दौरान डेरेक ओ ब्रायन ने हाथ उठाकर उप सभापति पर हमला करने की कोशिश की जिसे मार्शल ने हाथ लगाकर रोक दिया.


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत में कहा है कि अगर उस समय राज्यसभा के मार्शल नहीं होते तो उप सभापति हरिवंश के साथ कुछ भी हो सकता था. गिरिराज सिंह के मुताबिक उप सभापति हरिवंश पर साजिश के तहत हमला किया गया था. राज्यसभा की यह वीडियो फुटेज उसी घटना को तस्दीक करती है. इसके बाद भी सदन में हंगामा होता रहा. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ना केवल मार्शल के साथ हाथापाई की बल्कि मार्शल का गला दबाने की भी कोशिश की.





आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह इसके बाद आसंदी के सामने टेबल पर चढ़कर ताली बजाते हुए नारेबाजी करने लगे. उनके साथ कांग्रेस के और सीपीएम के सांसद भी शामिल थे. संजय सिंह और टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सहित ऐसे 8 सांसदों को सभापति वेंकैया नायडू ने बचे हुए सत्र तक के लिए निलंबित कर दिया है. राज्यसभा की यह फुटेज बताती है कि कैसे सदन में किसान बिल पारित कराने के दौरान विपक्ष के नेताओं ने जबरदस्त हंगामा किया, बार-बार आसंदी की ओर से शांति बनाए रखने और हाउस को ऑर्डर में रखने की गुजारिश के बावजूद विपक्ष के तमाम नेता सदन के वेल में डटे रहे नारेबाजी करते रहे. आखिरकार इसी हंगामे के दौरान 2 किसान बिल सदन ने पारित कर दिए.