Operation Ganga: पोलैंड से स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे भारतीय छात्र, मंत्री कैलाश चौधरी ने किया स्वागत
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत पोलैंड से एक स्पेशल फ्लाइट गुरुवार को दिल्ली पहुंची है. राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर छात्रों की स्वागत किया है.
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन से भारतीय छात्रों का रेस्क्यू लगातार जारी है. यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर पोलैंड से एक स्पेशल फ्लाइट गुरुवार को दिल्ली पहुंची है. कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने यहां इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच छात्रों की स्वागत किया है.
इस दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए चौधरी का कहना है कि यूक्रेन से वापस अपने देश आने पर छात्र खुश हैं. युद्धग्रस्त देश से बाहर आना यह उनके लिए काफी राहत की बात है. छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी सुरक्षित निकासी के लिए धन्यवाद दिया है. फिलहाल हमारे चार केंद्रीय मंत्री ‘ऑपरेशन गंगा’ की देखरेख कर रहे हैं.
MoS Agriculture Kailash Choudhary received a special flight in Delhi carrying Indian nationals stranded in #Ukraine from Poland
— ANI (@ANI) March 2, 2022
"#OperationGanga will continue till the last stranded person has been evacuated. I'm here to welcome both flights coming to Delhi tonight," he said pic.twitter.com/Qeiu3SMeuT
इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि 'इससे पहले यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर सोलह फ्लाइट्स पहले ही पहुंच चुकी हैं. 24 घंटे में लगभग 15 फ्लाइट पहुंचेंगी. अब तक 3,000 से अधिक भारतीय नागरिक पहुंच गए हैं. ऑपरेशन गंगा तब तक जारी रहेगा जब तक कि अंतिम व्यक्ति को वहां से नहीं निकाला जाता है. प्रधानमंत्री खुद ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं.'
चौधरी ने आगे जानकारी दी है कि यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भारतीय नागरिकों के भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की गई थी. हमारे चारों केंद्रीय मंत्री हर चीज की देखरेख कर रहे हैं. यात्रियों को भारत पहुंचने के लिए उनके संबंधित राज्यों में भेजने की भी व्यवस्था की जा रही है. एक और फ्लाइट कुछ ही समय बाद दिल्ली पहुंचेगी.
इसके साथ ही ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे भारतीय छात्रों का कहना है कि यूक्रेन में स्थिति बहुत खराब है. लगभग हर शहर में रेड अलर्ट जारी है, सीमा पार करना बहुत मुश्किल हो गया है. कोई वाहन नहीं होने के कारण पांच दिनों बॉर्डर क्रॉस कर पाए हैं. फिलहाल छात्रों ने अब भारत पहुंचकर राहत की सांस ली है. इसके साथ ही छात्रों का कहना है कि सरकार ने तेजी से लोगों को निकाला है.
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