(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कनाडा में जो हुआ वह बेहद चिंताजनक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंदिर पर हमले को लेकर ट्रूडो सरकार को घेरा
Khalistan Supporters Attack On Hindu: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह घटना कनाडा और भारत के बीच और सिख अलगाववादियों और भारतीय राजनयिकों के बीच तनाव को बढ़ा रही है.
Attack On Hindu Temple In Brampton Canada: कनाडा में सोमवार (4 नवंबर 2024) को हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मौजूद एस. जयशंकर ने कहा, "कनाडा में हिंदू मंदिर में जो हुआ वह बेहद चिंताजनक है."
उन्होंने आगे कहा कि आपको इस मामले में हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान और कल हमारे प्रधानमंत्री की ओर से व्यक्त की गई चिंता को देखना चाहिए था. इससे आपको पता चल जाएगा कि हम इस बारे में कितनी गहरी भावना रखते हैं.
'यह घटना राजनयिकों के बीच तनाव को बढ़ा रहा है'
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में एस. जयशंकर ने कहा, "कनाडा में हिंदू मंदिर में कल जो हुआ, वह निश्चित रूप से बेहद चिंताजनक है. यह घटना कनाडा और भारत के बीच और सिख अलगाववादियों और भारतीय राजनयिकों के बीच तनाव को बढ़ा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिंदू सभा मंदिर के बाहर रविवार को जानबूझकर किए गए हमले की निंदा की."
पीएम मोदी ने कहा- उम्मीद है कानून व्यवस्था बनी रहेगी.
वहीं पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे राजनयिकों को डराने के लिए किए गए कायराना प्रयास भी उतने ही भयावह हैं. हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे. हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी." इससे पहले सोमवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करता है और उम्मीद करता है कि हिंसा में शामिल लोगों पर "मुकदमा चलाया जाएगा."
विदेश मंत्रालय ने भारतीय लोगों की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान में कहा, "हम कल ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए." उन्होंने कहा, "हमें यह भी उम्मीद है कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. हम कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं. भारतीयों और कनाडाई नागरिकों को समान रूप से सेवाएं प्रदान करने के लिए हमारे वाणिज्य दूतावास अधिकारियों की पहुंच को धमकी, उत्पीड़न और हिंसा से नहीं रोका जाएगा."
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