इंदौर: मध्यप्रदेश के गुना में पुलिसिया ज्यादती की घटना से सामाजिक न्याय और कल्याण मंत्री अंजान हैं. मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने गुरुवार को अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मामले को 'दिखवा लेंगे.'


गुना की घटना से मंत्री ने जताई अनभिज्ञता


गुना में दलित समुदाय के किसान दम्पति पर पुलिसिया ज्यादती का मामला खूब चर्चा में है. स्थानीय पार्टी कार्यालय में दलित और किसान समुदाय के लोगों के खिलाफ पुलिसिया बल प्रयोग की हालिया घटनाओं पर पत्रकारों ने उनकी राय जाननी चाही थी. पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया, "आप कह रहे हैं. लेकिन मैंने लाठी चार्ज की बात तो सुनी नहीं है. अभी तो ऐसा कुछ हुआ नहीं." जब उन्हें गुना और अलीराजपुर में पुलिस बल प्रयोग की घटनाओं को याद दिलाया गया तो उल्टे उन्होंने पलट कर पूछा, "कब की बात है यह? देखो, जो गुनाह करता है, फिर उसे सुधार करना भी पड़ता है."


दलित दंपति पर पुलिस ज्यादती मामले की चर्चा


मंत्री को एक बार फिर बताया गया कि गुना में दलित समुदाय के किसान दम्पति की पुलिसिया ज्यादाती की घटना पर उनका क्या कहना है. इस सवाल पर उन्होंने कहा, "मुझे इतनी जानकारी नहीं है. हम लोग मामले को दिखवा लेंगे." आपको बता दें कि कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास करने वाले दलित दम्पति के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. जब मंत्री से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "देखो, मैं यह कह रहा हूं कि ऐसे कई केस आते हैं. लोग जमीन बेच भी देते हैं. फिर इसे वापस मांगते हैं. अब सरकार को तो सरकार का काम करना पड़ेगा."


कांग्रेस ने मंत्री के बयान पर साधा निशाना


गौरतलब है कि गुना प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार रात गुना जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं. उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने पटेल की बातचीत का वीडियो ट्वीट कर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सामाजिक न्याय और कल्याण मंत्री गुना और अलीराजपुर में पुलिस बल प्रयोग की घटनाओं से बेखबर हैं. आपको बता दें कि मंत्रिपरिषद विस्तार में दो जुलाई को मंत्री पद की शपथ लेने वाले पटेल एक दिवसीय दौरे पर इंदौर आए थे. उनके पास सामाजिक न्याय एवं कल्याण विभाग के अलावा पशुपालन मंत्रालय भी है.


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