Congress Protest: कांग्रेस ने शुक्रवार को महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ देशभर में जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहने हुए थे. लेकिन अब बीजेपी ने कांग्रेस के प्रोटेस्ट की मंशा पर ही सवाल उठा दिए हैं. शुक्रवार की शाम को केंद्रीय गृह मंत्री के अमित शाह ने कांग्रेस के महंगाई और बेरोजगारी वाले इस प्रोटेस्ट को राम मंदिर के खिलाफ छिपा हुआ विरोध करार दिया था.
कांग्रेस का असली रंग सामने आया- टेनी
वहीं अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने भी कांग्रेस के महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन के दौराम काले कपड़े पहनने पर सवाल खड़े किए हैं. मंत्री अजय मिश्र टेनी ने दिल्ली में कहा कि, "गृह मंत्री अमित शाह ने बहुत सही बात कही थी, कल हमारे देश के लिए बहुत उत्साह का दिन था, इसी दिन धारा-370 हटाना हो या भगवान राम के भव्य मंदिर का शिलान्यास किया जाना हो. इस अवसर पर इस तरह का प्रदर्शन दुर्भाग्यपूर्ण है." वहीं टेनी ने आगे कहा, "काले वस्त्र पहनकर वे (कांग्रेस) प्रदर्शन कर रहे थे, इससे उनका असली रंग सामने आ गया. वे ईडी से बचने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं, सारा मामला खुल चुका है."
आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची- कांग्रेस
गृह मंत्री अमित शाह के काले कपड़े के बयान पर कांग्रेस ने भी कड़ा पलटवार किया. कांग्रेस नेताओं ने गृहमंत्री के बयान को बीमार दिमाग की उपज तक कह दिया. ऐसे में दोनों ही तरफ से सियासी वार जमकर हुए. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था कि, "आज महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया. सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है."
गृह मंत्री शाह का निशाना
दरअसल, प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने विरोध के लिए 5 अगस्त को चुना और उसके नेताओं ने काले कपड़े पहने क्योंकि वे अपनी तुष्टिकरण की राजनीति को और बढ़ावा देने के लिए एक संदेश देना चाहते हैं.