Bangladesh Vioelence: 'इनकी जुबान सिर्फ फिलिस्तीन पर खुलती है...', बांग्लादेश हिंसा को लेकर ओवैसी की चुप्पी पर बरसे गिरिराज सिंह
Giriraj Singh on Bangladesh: गिरिराज सिंह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ ही समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश हिंसा पर दोनों ही नेता कुछ नहीं बोलते.
Giriraj Singh Attack Asaduddin Owaisi on Bangladesh Violence: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश हिंसा को लेकर विपक्ष की चुप्पी पर तंज कसा है. उन्होंने इस मुद्दे को लेकर न सिर्फ इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं, बल्कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला किया.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश हिंसा पर कहा, “मेरा मानना है जिस तरह से बांग्लादेश में हिंदुयों पर अत्याचार हो रहा है, उसे देखकर भारत सरकार ने भी फटकार लगाई है. अब लोगों को भी इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए.”
'बस फिलिस्तीन मामले पर खुलती है इनकी जुबान'
गिरिराज सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने एआईएमआईम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी का जिक्र करते हुए उन पर भी हमला किया. उन्होंने कहा, ओवैसी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो सदन में राष्ट्रगान के दौरान वहां मौजूद नहीं रहते हैं. वह संविधान विरोधी हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर इनकी जुबान एक बार नहीं खुलती. बस फिलिस्तीन मामले में इनकी जुबान खुली थी.”
राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर भी खड़े किए सवाल
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने बयान में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ ही समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव पर भी हमला किया. उन्होंने कहा, "बांग्लादेश मामले पर न राहुल गांधी कुछ बोलते हैं और न ही अखिलेश यादव किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देते हैं. ये टुकड़े-टुकड़े गैंग कभी बांग्लादेश मुद्दे पर नहीं बोलते हैं."
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से की ये अपील
गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश हिंसा पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भी आगे आकर बोलने की अपील की है. उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में अब कट्टरपंथी हावी हो गए हैं. वहां हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है. उन्हें वैधानिक तरीके से भी भारत आने की छूट नहीं दी जा रही है. हिंदू संतों को जेल में बंद कर दिया गया है. पता नहीं वहां पर वो लोग किस हाल में जी रहे हैं. अब समय आ गया है कि दुनिया के लोगों को भी बांग्लादेश में हस्तक्षेप करनना चाहिए.”
ये भी पढ़ें