Odisha First Woman Speaker: ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने गुरुवार (21 सितंबर) को नवीन पटनायक मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों ने बताया कि छह बार की विधायक प्रमिला क ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा. इसके बाद सीएम पटनायक ने उनका इस्तीफा राज्यपाल के पास भेज दिया. प्रमिला के इस्तीफा देने के बाद नवीन पटनायक के मंत्रिमंडल में अब मुख्यमंत्री समेत 20 मंत्री रह गए हैं.
सूत्रों ने बताया कि प्रमिला मलिक ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं. इस बीच, स्कूल और जन शिक्षा मंत्री सुदाम मरांडी को राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मरांडी 2019 से 2022 तक मंत्री के रूप में तीन साल तक इसी विभाग में काम कर चुके हैं.
बता दें कि पिछले मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान बिक्रम केशरी अरुखा को वित्त मंत्री बनाए जाने के बाद से ही ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष का पद खाली है. मलिक का ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है क्योंकि 147 सदस्यीय सदन में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के 113 सदस्य हैं. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 22 और कांग्रेस के नौ विधायक हैं.
पद संभालने वाली पहली महिला होंगी प्रमिला
वह राज्य में यह पद संभालने वाली पहली महिला होंगी. एक निर्दलीय और एक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का विधायक है. विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस के इस चुनाव के लिए कोई प्रत्याशी खड़ा करने की संभावना नहीं है.
22 सितंबर को तय होगा विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 22 सितंबर को सुबह साढ़े नौ बजे होगा और इसी दिन विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होगा. सत्र 4 अक्टूबर तक संचालित होने की उम्मीद है. चुनाव के लिए नामांकन भरने की तारीख 21 सितंबर है.
21 सितंबर को होना था अध्यक्ष पद का चुनाव
पहले अध्यक्ष पद का चुनाव 21 सितंबर को होना था, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस की चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी थी. दरअसल, इस दिन पश्चिमी ओडिशा के कृषि पर्व ‘नुआखाई’ की शुरुआत हो रही है. इसके चलते चुनाव 22 सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया.