नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर जहां खुद झाड़ू हाथ में लेकर देश में स्वच्छता की मुहिम चला रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बीजेपी के नेता अपनी हरकतों से पार्टी और सरकार की फजीहत करवा रहे हैं. दरअसल मामला राजस्थान सराकर में मंत्री शंभू सिंह खातेसर से जुड़ा है.


शंभू सिंह का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वो खुले में दीवार के पास पेशाब कर रहे थे. मंत्री खातेसर जहां पेशाब कर रहे थे उसी दीवार पर सीएम राजे की फोटो वाला एक पोस्टर भी लटका था. सोशल मीडिया में इस फोटो को स्वच्छता अभियान पर सवाल उठाते हुए जमकर शेयर किया गया.


सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद मंत्री शंभू सिंह खातेसर ने अपने बचाव में जो तर्क दिया है वो आसानी ने हजम होने वाला नहीं है. शंभू सिंह खातेसर का कहना है कि खुले में पेशाब करना पुरानी परंपरा है. इसके साथ ही उन्होंने वसुंधरा राजे के पोस्टर के पास पेशाब करने की बात से भी इनकार कर दिया.


शंभू सिंह खातेसर ने ने कहा, ''खुले में शौच और पेशाब दोनों अलग चीजें हैं. खुले में शौच से कई बीमारियां हो सकती हैं, लेकिन पेशाब करने से कोई अस्वच्छता नहीं होती. जहां पर मैंने पेशाब की वहां आस पास कोई यूरिनल नहीं था, जिसके कारण मजबूरी में ऐसा करना पड़ा.''