नई दिल्ली: मोदी सरकार-2 के 6 महीने पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार 21 दिसंबर को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की समीक्षा बैठक बुलाई है. इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रियों को अपने मंत्रालय के रिपोर्ट कार्ड के साथ आने को कहा है. इस बैठक के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी केंद्रीय मंत्रियों के काम की समीक्षा करेंगे.
माना जा रहा है इस बैठक के जरिए मंत्रियों का भविष्य भी तय होगा. इसे मंत्रिमंडल विस्तार से पहले की एक्सरसाइज के रूप में भी देखा जा रहा है. प्रधानमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश के बाद सभी केंद्रीय मंत्री अपने विभागों की रिपोर्ट कार्ड तैयार करने में जुट गए हैं. सूत्रों की माने तो इस बैठक का मुख्य उद्देश्य योग्य मंत्रियों को प्रमोशन देने और जो लोग अपने काम को सही तरीके से नहीं निभा नहीं पा रहे हैं उनके कद को छोटा करना है.
मोदी सरकार-2 में लिए गए हैं काफी फैसले
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने 30 मई प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की थी. इसके बाद एक के बाद एक बड़े फैसले लिए गए हैं. पहले ट्रिपल तलाक, धारा 370 और उसके बाद नागरिकता संशोधन बिल जैसे महत्वपूर्ण कानून बनाने की वजह से सरकार अपने कामों में उलझी रही. बताया जा रहा है इन महत्वपूर्ण कानूनों की वजह से सरकार के कामकाज की समीक्षा नहीं हो सकी थी. यही कारण है कि शीतकालीन सत्र के समाप्त होने के साथ ही प्रधानमंत्री ने अपने साथ काम करने वाले मंत्रियों की समीक्षा के लिए तिथि निर्धारित कर दी है.
पीएम आवास पर होगी बैठक
सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक 21 दिसंबर को प्रधानमंत्री आवास पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों को आमंत्रित किया है. इस दौरान सभी मंत्रियों को अपने-अपने रिपोर्ट कार्ड लेकर आने को कहा गया है. उस रिपोर्ट कार्ड में मंत्रियों के शपथ लेने के बाद से अब तक की उपलब्धियों और क्या-क्या जिम्मेदारियां दी गई थी और उनमें क्या-क्या पूरी हुई, इन सब का ब्यौरा देने को कहा गया है.
इस रिपोर्ट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी समझना चाहते हैं कि सरकार में शामिल मंत्री क्या कर रहे हैं. उनकी भावी योजनाएं क्या हैं और वह सरकार में कितना फिट हैं. इन सभी विषयों पर समीक्षा की जाएगी. माना यह भी जा रहा है कि पीएम मोदी, मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड उन्हीं के सामने रखना चाहते हैं ताकि उन्हें किसी के पास कुछ भी कहने को ना रहे.
जेपी नड्डा भी रहेंगे मौजूद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समीक्षा बैठक के बाद कई भारी भरकम कद वाले मंत्रियों का कद छोटा किया जा सकता है. इसके अलावा कुछ नए चेहरों को भी आने वाले समय में केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल सकती है. जानकारी के मुताबिक यही वजह है कि बैठक में पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों के अलावा बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष को भी आमंत्रित किया है. बैठक में गृहमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तो रहेंगे ही.
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