National Consumer Day 2024: देशभर में ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले करोड़ों उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने और उनके हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपभोक्ता मंत्रालय ने नेशनल कंज्यूमर डे के मौके पर तीन नए मोबाइल ऐप लॉन्च किए हैं. ये ऐप्स उपभोक्ताओं को ऑनलाइन शॉपिंग में भरोसेमंद प्लेटफॉर्म चुनने में मदद करेंगे और धोखाधड़ी के मामलों से बचाएंगे.
जागो ग्राहक जागो ऐप के जरिए यह पता चल सकेगा कौन सी वेबसाइट या ऐप भरोसेमंद है और कौन सी संदेह के घेरे में या धोखाधड़ी कर सकती है. अगर फिर भी किसी उपभोक्ता के साथ में कहीं धोखाधड़ी होती भी है तो उसकी तुरंत शिकायत जागृति ऐप पर की जा सकती है. जागृति ऐप पर की गई शिकायत का क्या स्टेटस है और क्या कार्रवाई हो रही है इसकी जानकारी जागृति डैशबोर्ड पर मिल सकती है.
उपभोक्ताओं को ये ऐप्स कैसे करेगा मदद?
उपभोक्ता मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने बताया कि मंत्रालय ने इन तीनों ऐप्स को लॉन्च कर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा सके और उनके साथ जो हर साल करोड़ों रुपए की ठगी की जाती है फर्जी वेबसाइट्स और ऐप्स के जरिए उससे उन्हें बचाया जा सके. उपभोक्ता को यह पता लगाने के लिए की कौन सी वेबसाइट सही है और कौन सी वेबसाइट उनके साथ धोखाधड़ी कर सकती है.
उपभोक्ता मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने बताया कि मंत्रालय ने इन तीनों ऐप्स को लॉन्च कर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा सके और उनके साथ जो हर साल करोड़ों रुपए की ठगी की जाती है फर्जी वेबसाइट्स और ऐप्स के जरिए उससे उन्हें बचाया जा सके. उपभोक्ता को यह पता लगाने के लिए की कौन सी वेबसाइट सही है और कौन सी वेबसाइट उनके साथ धोखाधड़ी कर सकती है.
उन्होंने कहा कि पता लगाने के लिए जागो ग्राहक जागो ऐप पर लॉगिन कर उस वेबसाइट ऐप के बारे में जानकारी भरनी होगी इसके बाद जागो ग्राहक जागो का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तमाम पैमानों पर जांच कर उपभोक्ता को यह बता सकता है कि जिस वेबसाइट से वह सामान खरीदने की तैयारी कर रहे हैं वह सही है या फिर फर्जी तरीके से उनके साथ धोखाधड़ी कर सकती है.
उपभोक्ता मंत्रालय की कार्रवाई
मंत्रालय ने बताया कि पिछले कुछ सालों के दौरान मंत्रालय और अलग-अलग फोरम पर मिली करीब 28 लाख शिकायतों में से 23 लाख का निपटारा कर दिया गया है. उपभोक्ता मंत्रालय ने कोरोना कल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान जब लोग घरों में थे और ऑनलाइन शॉपिंग काफी ज्यादा बढ़ गई थी, बड़ी संख्या में लोगों के साथ धोखाधड़ी किया गया था. कोरोना महामारी के दौरान कई वेबसाइट्स और ऐप्स ने ग्राहकों को आकर्षक ऑफर और भ्रामक छूट के जरिए लुभाया. उत्पाद या सेवाओं के लिए दिए गए वादे पूरे नहीं किए गए, जिससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा.
मंत्रालय ने बताया कि पिछले कुछ सालों के दौरान मंत्रालय और अलग-अलग फोरम पर मिली करीब 28 लाख शिकायतों में से 23 लाख का निपटारा कर दिया गया है. उपभोक्ता मंत्रालय ने कोरोना कल का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान जब लोग घरों में थे और ऑनलाइन शॉपिंग काफी ज्यादा बढ़ गई थी, बड़ी संख्या में लोगों के साथ धोखाधड़ी किया गया था. कोरोना महामारी के दौरान कई वेबसाइट्स और ऐप्स ने ग्राहकों को आकर्षक ऑफर और भ्रामक छूट के जरिए लुभाया. उत्पाद या सेवाओं के लिए दिए गए वादे पूरे नहीं किए गए, जिससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा.
एयरलाइंस का मामला
केंद्रीय उपभोक्ता राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने कहा "कोरोना काल में हवाई यात्रा पर प्रतिबंध के कारण कई उपभोक्ताओं के टिकट फंस गए थे. एयरलाइंस कंपनियों ने टिकट के पैसे वापस नहीं किए, जिससे उपभोक्ताओं में निराशा थी. जब उपभोक्ताओं ने मंत्रालय को अपनी शिकायतें दर्ज कराईं, तो मंत्रालय ने त्वरित कार्रवाई की. मंत्रालय ने एयरलाइंस कंपनियों पर दबाव बनाया कि वे उपभोक्ताओं के पैसे वापस करे. मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद एयरलाइंस कंपनियों ने उपभोक्ताओं को 1454 करोड़ रुपए वापस किए".
बिना ISI मार्क के बिक रहे समानों पर मंत्रालय सख्त
मंत्रालय ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के मौके पर इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे ऑनलाइन पोर्टल पर ऐसे सामान की भी बिक्री हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं को गुमराह कर उनका नुकसान किया जा रहा है. मंत्रालय ने जिक्र किया ऐसी कार बेल्ट क्लिप का जिसमें यह दावा किया जा रहा था कि अगर वह लगी है तो फिर लोगों को कार बेल्ट लगाने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन वह दावा गुमराह करने वाला था. इसका असर यह हुआ कि अगर किसी उपभोक्ता का गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ तो इंश्योरेंस क्लेम मिलने में दिक्कत आई, क्योंकि यह साफ हो रहा था कि उपभोक्ता ने सीट बेल्ट न लगाकर लापरवाही की है.
मंत्रालय ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के मौके पर इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे ऑनलाइन पोर्टल पर ऐसे सामान की भी बिक्री हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं को गुमराह कर उनका नुकसान किया जा रहा है. मंत्रालय ने जिक्र किया ऐसी कार बेल्ट क्लिप का जिसमें यह दावा किया जा रहा था कि अगर वह लगी है तो फिर लोगों को कार बेल्ट लगाने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन वह दावा गुमराह करने वाला था. इसका असर यह हुआ कि अगर किसी उपभोक्ता का गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ तो इंश्योरेंस क्लेम मिलने में दिक्कत आई, क्योंकि यह साफ हो रहा था कि उपभोक्ता ने सीट बेल्ट न लगाकर लापरवाही की है.
ऐसी शिकायतों के बाद मंत्रालय ने 13,118 ऐसे प्रोडक्ट को ऑनलाइन वेबसाइट और ऐप्लीकेशन से हटवाया. वहीं, कोचिंग सेंटर के द्वारा किए जा रहे हैं भ्रामक विज्ञापनों पर भी रोक लगाने की कार्रवाई की गई, इसके साथ ही खिलौने, हेलमेट, कुकर जो ISI मार्क के बिना बिक रहे थे, उनको लेकर भी कदम उठाये गए.