नई दिल्ली: वन्दे भारत मिशन की सफलता का अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अब अमेरिका जैसा देश भी इसमें शामिल होने के लिए रूठ बैठा है. अमेरिका के अलावा कई अन्य देश भी वन्दे भारत मिशन के बिज़नेस में अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं.


विदेशी एयर लाइंस को मिल सकती है इजाज़त
भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी सहित कई देशों से उनकी उड़ान सम्बंधी चिंताएं और समस्याएं हमारे पास आई हैं. इन देशों का कहना है कि उनकी एयर लाइन्स कंपनियों को भी वन्दे भारत मिशन के तहत यात्री उड़ान सेवा के लिए अनुमति दी जानी चाहिए. इन आवेदनों पर विचार चल रहा है.


अमेरिका के साथ चल रही है बात-चीत
विदेशी एयर लाइंस को वन्दे भारत मिशन में शामिल करने को लेकर अमेरिका के साथ भी एक चरण की बातचीत 15 जून को हो चुकी है. अमेरिकी एम्बेसी और अमेरिकी परिवहन विभाग के साथ बातचीत हुई है. उन्हें कहा गया है कि इस बाबत एक प्रस्ताव हमें भेजें. 19 जून को भी एक कम्युनिकेशन प्राप्त हुआ है. फ़्लाइट संचालन के लिए भारत अब द्विपक्षीय व्यवस्था की संभावनाओं पर विचार कर रहा है.


फिलहाल तीन देशों के साथ समझौता सम्भव
भारत-अमेरिका, भारत-फ्रांस, भारत-जर्मनी और भारत-यूके द्विपक्षीय हवाई यात्रा की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं. उम्मीद है बहुत जल्द इस मामले पर निर्णय लिया जायेगा.


क्यों लगाया अमेरिका ने अपने यहां वन्दे भारत मिशन पर प्रतिबंध
दरअसल अमेरिका ने पहले से चल रहे भारतीय प्रतिबंध का जवाब दिया है. भारत ने वन्दे भारत मिशन के तहत सिर्फ़ एयर इंडिया को ही उड़ान का काम सौंप रखा है. किसी भी अमेरिकन या अन्य विमान कंपनी को इसमें शामिल नहीं किया गया है.


अमेरिका की शिकायतें
अमेरिकी परिवहन विभाग ने कहा कि एयर इंडिया भारत के नागरिकों को लाने के लिए टिकट बेच रही है, लेकिन अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों को भारत से और भारत के लिए फ्लाइट सेवा शुरू नहीं करने दिया जा रहा. इससे अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों को प्रतिस्पर्धा में नुकसान हो रहा है. अमेरिका के परिवहन विभाग ने भारत सरकार पर आरोप लगाया है कि वंदे भारत मिशन के तहत गलत तरीके से एयर इंडिया की फ्लाइटों का संचालन किया जा रहा है. इसलिए अमेरिका ने एयर इंडिया पर ‘अमेरिका से’ और ‘अमेरिका के’ लिए उड़ान पर रोक लगा दी है. अमेरिका इस रोक को तभी हटाएगा जब भारत अमेरिकी विमान कम्पनियों से प्रतिबंध हटाएगा.


अमेरिकी प्रतिबंध का नहीं होगा कोई असर
दरअसल अमेरिका ने जानबूझकर एयर इंडिया पर प्रतिबंध एक महीने बाद से यानी 22 जुलाई से लागू किया है, ताकि इस बीच भारत से समझौते का रास्ता खुला रहे. भारत ने भी लचीला रुख़ दिखाते हुए अमेरिकी उड़ान कम्पनियों को वन्दे भारत मिशन में शामिल करने के संकेत दे दिए हैं. ऐसे में उम्मीद है कि 22 जुलाई से पहले ही अमेरिका अपना प्रतिबंध हटा लेगा.


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