Aero-India Show: गुजरात की राजधानी गांधीनगर में डिफेंस एक्सपो को सफलतापूर्वक करने के बाद अब रक्षा मंत्रालय अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे एयरो-एंडिया की तैयारियों में जुट गई है. अगले साल यानि फरवरी 2023 में बेंगलुरू में एशिया का सबसे बड़ा एयर-शो होने जा रहा है. 13-17 फरवरी के बीच के बीच बेंगलुरू के यलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर एयरो-इंडिया का आयोजन किया जाएगा.
सोमवार (5 दिसंबर) को रक्षा मंत्रालय के रक्षा-उत्पादन विभाग के एक प्रतिनिधिमंडल ने बेंगलुरू पहुंचकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में रक्षा उत्पादन विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी, अनुराग बाजपेयी, रक्षा प्रदर्शनी संगठन की सीईओ, कमांडर अचल मल्होत्रा और एचएएल के सीएमडी, सी बी अनंताकृष्णन शामिल थे.
सीएम ने मदद करने का भरोसा दिलाया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्री को बेंगलुरू में एयर-शो कराने के लिए धन्यवाद देते हुए पूरी मदद करने का भरोसा दिलाया. उन्होंने एयरो-इंडिया के इस संस्करण को अब तक का सबसे बड़ा बनाने का भी भरोसा दिया. फरवरी 2023 में होने जा रहे एयरो-इंडिया का ये 14वां संस्करण है. देश का पहला एयर-शो वर्ष 1996 में हुआ था.
डिफेंस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने पर जोर
रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार (5 दिसंबर) को यलहंका एयरफोर्स स्टेशन के एओसी, एयर कमोडोर मनोज कुमार से भी मुलाकात की ताकि मेगा-आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके. मेगा-आयोजन में डिफेंस एक्सपो की तरह ही एयर-स्पेस और डिफेंस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया जाएगा. एयरो-इंडिया के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को नोडल एजेंसी बनाया गया है. दो साल में एक बार आयोजित होने वाले एयरो-इंडिया शो में देश-विदेश के एविएशन कंपनियां हिस्सा लेती हैं.
2021 में पब्लिक के लिए नहीं खुला था
एयरो इंडिया का शो 2021 में पब्लिक के लिए नहीं खुला था. बिजनेस विजिट के लिए ही आयोजित किया गया था. कोविड महामारी के चलते भी लोगों के आने पर रोक लगाई गई थी. पिछली बार हुआ एयरो इंडिया सबसे बड़े हाइब्रिड एयरो शो में से एक था, जिसमें 43 देशों के प्रतिनिधिमंडल सहित 530 कंपनियों ने हिस्सा लिया था. एयर शो आयोजित करने वाली एजेंसी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने अभी इसकी घोषणा नहीं की है कि इस बार कौन से देश इसमें शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं.