नई दिल्ली: छोटे कारोबार क्षेत्रों को कर्ज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम :एमएसएमई: केंद्रित शाखाएं खोलने को कहा है. देश में एमएसएमई क्षेत्र बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराता है और देश के कुल विनिर्माण में इसका हिस्सा 40 प्रतिशत बैठता है.


 सूत्रों ने कहा कि इस खंड के लिए बैंकों को विशेष शाखाओं खोलने की सलाह दी गई है जिनमें कुशल श्रमबल होना चाहिए जो एमएसएमई क्षेत्र की जरूरत को पूरा कर सके. इस बारे में फैसला पिछले महीने वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित पीएसबी मंथनमें लिया गया था.

इसके अलावा उन्हें क्लस्टर आधारित ऋण भी बढ़ाने को कहा गया है. सूत्रों ने कहा कि इस तरह की शाखाओं से एमएसएमई क्षेत्र को ऋण बढ़ाया जा सकेगा जो वृद्धि का इंजन माने जाते हैं. सूत्रों ने कहा कि ऋण की सुविधा बढ़ाने के लिए कम से कम 50 क्लस्टरों की पहचान की गई है.