चेन्नई: सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत तक कमी लाने की योजना तैयार की है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने देश भर में दुर्घटना के लिये जिम्मेदार होने को लेकर चिह्नित किये गये छह हजार स्थानों में से 2,500 में सुधार किये हैं. इस दौरान गडकरी ने पलायन रोकने के लिये स्मार्ट शहरों की तरह स्मार्ट गांव बनाने का भी सुझाव दिया. मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से शहरों की ओर लोगों का पलायन सड़क दुर्घटना का एक प्रमुख कारण है.


मंत्री ने कहा, ''हमारे देश में हर साल करीब पांच लाख सड़क हादसे होते हैं और 1.50 लाख लोगों की मौत होती है. मरने वालों में ज्यादातर की उम्र 18 से 45 साल के बीच होती है.''


मंत्री गडकरी विश्व बैंक और तमिलनाडु सरकार की ओर से आयोजित चेन्नई रोड सेफ्टी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उनके साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी भी मौजूद थे.


बता दें कि विश्व बैंक की एक नए रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई थी कि विश्व में वाहनों का सिर्फ एक प्रतिशत ही दुर्घटना भारत में होता है लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में 10 प्रतिशत मौतें इस देश में होती है.


साफर ने नई दिल्ली में सड़क सुरक्षा पर रिपोर्ट जारी करने के मैके पर कहा था ''भारत में विश्व के वाहनों का एक प्रतिशत है, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में 10 प्रतिशत लोगों की मौत होती है. भारत में हमें इस चीज पर ध्यान देने की जरूरत है.''


दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के उपाध्यक्ष हार्टविंग साफर ने कहा कि भारत सरकार ने हाल के वर्षों में सड़क सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के हल के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं.


विश्व बैंक ने कहा- दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली कुल मौतों में 10 प्रतिशत भारत में


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