पश्चिम बंगाल में नाबालिग की हत्या के बाद बवाल, भड़की हिंसा, दुकानों में लगाई गई आग, पुलिस से झड़प
West Bengal Violence: नाबालिग के बलात्कार और हत्या की खबर सामने आते ही स्थानीय लोगों ने सड़कों को पूरी तरह जाम कर दिया. देखते ही देखते विरोध ने हिंसा का रूप ले लिया.
West Bengal Crime News: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कालियागंज इलाके में एक 17 साल की नाबालिग लड़की की कथित तौर पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई. इस मामले के सामने आने के बाद से ही पूरे इलाके में हिंसा भड़क उठी. इस घटना के बाद बंगाल की सियासत में भी उबाल आ गया. पुलिस के मुताबिक कि नाबालिग बच्ची गुरुवार (20 अप्रैल) की शाम से ही लापता थी, बाद में शुक्रवार (21 अप्रैल) को स्थानीय लोगों को उसका शव एक नहर में तैरता हुआ मिला.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कालियागंज इलाके में स्थानीय लोग भारी संख्या में सड़कों पर उतर आए. दुकानों में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करना पड़ा. नाबालिग का शव एक तालाब के पास से बरामद होने के कुछ घंटों बाद दो पक्ष आपस में भिड़ गए थे, पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया था.
मौके से जहर की बोतल भी बरामद
नाबालिग के शव को घसीटते हुए पुलिस का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस घटना और हिंसा ने एक राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया. हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि नहीं हो सकी है. पुलिस के मुताबिक, नाबालिग गुरुवार को लापता हो गई थी और शुक्रवार को उसका शव तालाब के पास मिला था. उन्होंने बताया कि मौके से जहर की एक बोतल भी मिली है.
भीड़ ने सड़कों को किया जाम
घटना की खबर फैलते ही आक्रोशित भीड़ ने टायर जलाकर सड़कों को जाम कर दिया. पुलिस के मौके पर पहुंचने पर उनकी पुलिस से भी झड़प हुई. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया. लड़की के परिवार वालों का कहना है कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की और न्याय की गुहार लगाई. परिवार की मांग है कि मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच करे.
ये भी पढ़ें:
36 दिन बाद मिला भगोड़ा अमृतपाल, पंजाब के मोगा गुरुद्वारा से पुलिस ने हिरासत में लिया