आर्कबिशप ने पत्र लिख मोदी सरकार पर उठाए सवाल, नकवी बोले- 'फतवा-फरमान' का मौसम शुरू
बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने आर्कबिशप के पत्र पर कहा कि फतवा और फरमान का मौसम शुरू हो गया है. भारत में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मिली हुई है. अल्पसंख्यकों को संवैधानिक सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और धार्मिक सुरक्षा हासिल है.
नई दिल्ली: गोवा और दमन के आर्कबिशप फादर फिलिप नेरी फेरारो के ‘संविधान खतरे में होने’ की बात पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित हैं. किसी को भी फतवा और फरमान जारी नहीं करना चाहिए. बीजेपी के वरिष्ठ नेता नकवी ने कहा , ‘‘फतवा और फरमान का मौसम शुरू हो गया है. भारत में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा मिली हुई है. अल्पसंख्यकों को संवैधानिक सुरक्षा , सामाजिक सुरक्षा और धार्मिक सुरक्षा हासिल है. किसी को फतवा और फरमान जारी नहीं करना चाहिए और किसी तरह गलतफहमी नहीं पैदा करनी चाहिए.’’
आर्कबिशप ने क्या कुछ कहा आर्कबिशप फादर फेरारो ने इशारों-इशारों में बीजेपी की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि संविधान खतरे में है और कई लोग असुरक्षा के माहौल में रह रहे हैं. संविधान को ठीक से समझा जाना चाहिए, क्योंकि आम चुनाव करीब आ रहे हैं. ईसाई समुदाय को लिखे गए एक पत्र में उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों पर हमले हो रहे हैं और लोकतंत्र खतरे में नजर आ रहा है.
अब गोवा में चर्च के मुख्य पादरी बोले- संविधान खतरे में है
फेरारो का पत्र दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो के पत्र के कुछ दिनों बाद आया है. काउटो ने अपने पत्र में कहा था कि , ‘‘अस्थिर राजनैतिक माहौल से भारत के लोकतांत्रिक सिद्धांतों और धर्मनिरपेक्ष ताने - बाने को खतरा है.’’
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