Mira Road Killing Case: मुंबई से सटे मीरा भायंदर में लिव-इन पार्टनर की नृशंस हत्या करने के आरोपी मनोज रमेश साने ने पुलिस पूछताछ के दौरान हैरान करने वाले कई दावे किए हैं. पुलिस पूछताछ के दौरान साने ने दावा किया, ''वो (सरस्वती वैद्य) मेरी बेटी की तरह थी, मैं तो उसे मैथ्स पढ़ा रहा था.''
एक अधिकारी ने आरोपी साने के हवाले से बताया कि सरस्वती वैद्य कक्षा 10 की एसएससी परीक्षा में शामिल होने की योजना बना रही थी और साने उसे गणित पढ़ा रहा था. पुलिस को सातवीं मंजिल के फ्लैट की एक दीवार पर एक बोर्ड मिला भी है, जिस पर गणित के समीकरण लिखे हुए थे.
आरोप है कि रमेश साने ने सरस्वती वैद्य की हत्या करने के बाद शव के टुकड़े किए, उन्हें प्रेशर कुकर में उबाला और गैस पर जलाया ताकि लाश को ठिकाने लगाया जा सके. इस नृशंस हत्याकांड के पता लगने के बाद से लोग सन्न हैं.
'सरस्वती वैद्य और मनोज साने शादी-शुदा थे'
डीसीपी जयंत बजबले ने कहा, ''32 वर्षीय सरस्वती वैद्य की हत्या 56 वर्षीय लिव-इन पार्टनर मनोज साने ने की है. जांच के दौरान पता चला है कि मृतका और आरोपी शादी शुदा थे. मृतका की बहनों को भी इस बात की जानकारी थी. उन्होंने अपनी उम्र के अंतर के कारण शादी की बात दूसरों से छिपाई थी.''
जयंत बजबले ने कहा कि उनकी पहचान करने में पुलिस सफल रही है. उनकी 3 बहनों को बुलाकर पहचान की गई है. शव परिवार को सौंपने का काम जारी है. उनका डीएनए मिलाया जा रहा है.''
'सरस्वती वैद्य ने की आत्महत्या'
मनोज साने (56) ने दावा किया कि उसने (वैद्य ने) जहर पीकर आत्महत्या की थी और उसने सिर्फ शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश की थी. एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई के बाहरी क्षेत्र मीरा रोड (पूर्व) इलाके से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार साने ने जांचकर्ताओं को यह भी बताया कि वह एचआईवी-संक्रमित है और उसके 36 वर्षीय वैद्य से कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे.
मीरा रोड मर्डर केस के बारे में पुलिस ने और क्या बताया?
मीरा रोड लिव-इन रिलेशन हत्याकांड मामले के बारे में पुलिस ने बताया कि सरस्वती वैद्य अहमदनगर के अनाथ आश्रम से निकलने के बाद 3-4 वर्षों तक अपनी बहनों के साथ रह रही थी. जॉब के लिए वह मुंबई आ गई थी. आरोपी मनोज ही सरस्वती वैद्य को जॉब दिलाने के लिए अपने साथ मुंबई लाया था. आरोपी ने उसे बोरीवली वाला अपना घर रहने के लिए दिया था और वहीं से दोनों ने लिव-इन में रहने का फैसला किया था.
सरस्वती वैद्य आश्रम से पहले अपनी मां के साथ रहती थी. माता-पिता के अलग होने के बाद वह मां के साथ रहने लगी थी. मां के देहांत के बाद सरस्वती को अनाथ आश्रम में भर्ती कराया गया था. उसके माता-पिता औरंगाबाद के रहने वाले थे.
सरस्वती वैद्य की बहनों के बयान हुए दर्ज
पुलिस के मुताबिक, सरस्वती वैद्य की कुल 5 बहनें हैं, पांचों आश्रम में पली-बढ़ीं. 3 बहनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. उनका डीएनए मैच करने की प्रक्रिया जारी है. शव को सरस्वती की बहनों को सौंपने की प्रक्रिया भी जारी है.
पुलिस ने बताया कि मनोज साने अहमदनगर के अनाथ आश्रम में जाता था लेकिन उम्र ज्यादा होने की वजह से सरस्वती लोगों के सामने उसे मामा बताती थी. पुलिस के मुताबिक, ऐसी जानकारी सामने आई है कि सरस्वती और मनोज साने ने किसी मंदिर में शादी की थी. सरस्वती ने अपनी बहनों को शादी के बारे में बताया था लेकिन बाहर के लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं थी.
(इनपुट भाषा से भी)
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