पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार की संपत्ति के खुलासे की कड़ी में आरोप लगाया कि लालू की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को 2006 में 318 डिसमिल जमीन तोहफे के रूप में दी गयी थी.
मीडिया से बात करते हुए सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि मीसा भारती को पटना जिले के बिहटा थानां क्षेत्र के अंतर्गत कुंजवा मनेर गांव निवासी चन्द्रकान्ता देवी ने वर्ष 2006 में 318 डिसमिल जमीन तोहफे के रूप में दी थी.
उन्होंने कहा कि मीसा भारती ने दावा किया था कि राजेश्वर सिंह की पत्नी चन्द्रकांता देवी उनकी सास हैं, जबकि मीसा के ससुर राम बाबू पथिक हैं, न कि राजेश्वर सिंह.
सुशील ने आरोप लगाया कि चन्द्रकांता देवी ने 8 दिसम्बर 2006 को पटना जिला के मनेर के निलाप गांव में उस वक्त के हिसाब से 8 लाख 6 हजार रूपये मूल्य की 318 डिसमिल जमीन दान कर दी थी.
सुशील मोदी ने दावा किया, ‘‘आश्यर्च है कि डीड में दान प्राप्तकर्ता के रूप में रोहिणी आचार्य को दिखाया गया है और मीसा भारती का गवाह के नाते हस्ताक्षर है, लेकिन गिफ्ट डीड में फोटो मीसा भारती का लगा हुआ है और नीचे उनके द्वारा लिखा गया है कि मैंने गिफ्ट स्वीकार किया.’’
सुशील ने सवाल किया आखिर चन्द्रकांता देवी ने 318 डिसमिल जमीन मीसा भारती को क्यों दान कर दी ? उन्होंने यह भी पूछा कि मीसा भारती ने चन्द्रकांता देवी की क्या सेवा या मदद की जिससे खुश होकर उन्होंने अपनी संतानों के रहते हुए उन्हें 318 डिसमिल जमीन दान कर दी ? सुशील ने यह भी सवाल किया आखिर चन्द्रकांता देवी ने अपनी संतानों को संपत्ति देने के बजाय मीसा भारती को क्यों दान कर दी ? उन्होंने कहा कि बिहार निबंधन विभाग द्वारा इसकी जांच की जानी चाहिए कि किसको (रोहिणी अथवा मीसा) जमीन दान की गई है.
सुशील ने कहा कि इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए इस जमीन से जुड़े दस्तावेज वे आयकर विभाग को सौपेंगे.
राजद के प्रवक्ता और विधायक शक्ति सिंह ने सुशील मोदी द्वारा लगाए गए आरोप को खारिज करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी असंवैधानिक नहीं है, क्योंकि चंद्रकांता देवी उनकी ससुराल पक्ष की रिश्तेदार हैं.