गुवाहाटी: असम के विधानसभाध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने शुक्रवार को कहा कि वह विधानसभा परिसर के भीतर सुरक्षा कर्मियों द्वारा सीएए विरोधी कार्यकर्ता और विधायक अखिल गोगोई से कथित बदसलूकी का मुद्दा संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे.
गोगोई के अलावा विपक्षी कांग्रेस और एआईयूडीएफ के सदस्यों ने भी कथित बदसलूकी का मामला उठाया. विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह के लिए गोगोई को जेल अधिकारियों द्वारा विधानसभा परिसर लाने के दौरान यह घटना हुई.
सुरक्षाकर्मियों ने दिया धक्का
गोगोई जब गुवाहाटी चिकित्सा कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) से भारी सुरक्षा पहरे में बस से पहुंचे तो गेट पर मीडियाकर्मियों से बात करने के प्रयास के दौरान विधायक को सुरक्षाकर्मियों ने धक्का दिया. जब गोगोई सदन से बाहर निकलने वाले थे, उस समय भी सुरक्षाकर्मी उन्हें धक्का देकर और खींचकर ले जाते हुए नजर आए.
कांग्रेस के विधायक भरत नारा ने सदन के भीतर कहा, ‘‘पुलिस किसी विधायक से इस तरह का बर्ताव कैसे कर सकती है? इस महामारी के समय गोगोई के साथ 20 पुलिसकर्मी आए थे और उन्हें धक्का देकर भीतर ले गए.’’
विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग
एआईयूडीएफ के विधायक अमीनुल इसलाम ने भी ‘‘मजिस्ट्रेट के सामने’’ गोगोई को खींचकर लाने के मामले में विधानसभाध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की. इस पर दैमारी ने कहा, ‘‘सदन कुछ नहीं कर सकता क्योंकि यह बाहर हुआ. हालांकि, मैं सबंधित प्राधिकारों के समक्ष यह मामला उठाऊंगा.’’
सदन के भीतर खींचकर ले जाने पर गोगोई ने कहा, ‘‘मैं इस विधानसभा का सदस्य हूं. आप एक विधायक को किसी जानवर की तरह कैसे खींचकर ला सकते हैं? यह असमिया लोगों और शिवसागर (गोगोई का निर्वाचन क्षेत्र) के लोगों का अपमान है. मेरी आवाज को कोई दबा नहीं सकता.’’
बुलाया गया था नवगठित विधानसभा का सत्र
शपथ लेने के बाद गोगोई ने सदन के भीतर यह मुद्दा उठाया और उनके मुताबिक मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने संसदीय कार्य मंत्री पीजूष हजारिका को मामले को देखने को कहा है.
नवगठित असम विधानसभा का सत्र शुक्रवार को आहूत किया गया और अदालत से विशेष अनुमति लेकर गोगोई जेल से शपथ ग्रहण समारोह में आए. गोगोई एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे.
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