कहते हैं अगर हमारे माता पिता का आशीर्वाद हमारे साथ हो तो हम हार कर भी जीत जाते हैं, ऐसा ही हुआ मान्या सिंह के साथ, जिसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया रनर अप का खिताब हासिल किया. मान्या भले ही कान्टेस्ट ना जीत सकी लेकिन उसने लाखों लोगों का दिल जीत लिया है.
दरअसल मान्या को मुंबई के एक कॉलेज में आमंत्रित किया गया था. वहां उनके माता पिता को सम्मानित किया जाना था. उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रहने वाली मान्या सिंह के पिता ऑटो ड्राइवर हैं. मुंबई के कार्यक्रम में मान्या अपने माता पिता के साथ उनके ऑटो में बैठकर पहुंचीं, जिसकी वजह से लोग उसे देखते रह गये. और हर कोई मान्या की इस सादगी को देख उसका मुरीद हो गया.
सोशल मीडिया पर भी मान्या की अपने माता पिता संग ऑटो में बैठी तस्वीरें खूब वायरस हो रही हैं. जहां कल तक कोई भी मान्या को नहीं जानता था वहीं आज सब उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. मान्या ने इस दौरान मिस इंडिया कॉन्टेस्ट वाला अपना गाउन पहना हुआ था. उनकी मां पीछे वाली सीट पर बैठी थीं, जबकि उनके पिता ऑटो चला रहे थे. आम तौर पर बच्चे अपने माता-पिता के छोटे मोटे प्रोफेशन की चर्चा करने से कतराते हैं, लेकिन मान्या ने इसे स्वीकार करते हुए अपने पेरेंट्स को गर्व की अनुभूति दी है. भले मान्या एक कान्टेस्ट हार गईं हो लेकिन असल जिंदगी में वो जीत चुकी हैं. एक ऑटो ड्राइवर की बेटी होने के चलते उन्हें भी कई तरह के उतार चढ़ावों का सामना करना पड़ा होगा, लेकिन विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हुए मान्या ने केवल अपने माता-पिता ही नहीं बल्कि पूरे राज्या का नाम रोशन किया है.
मान्या एक लोवर मिडिल क्लास परिवार से हैं जहां पर 25 साल से उनके पिता ऑटो चला कर परिवार की जरूरतों को पूरा करते हैं. मान्या का जीवन बहुत सारी कठिनाइयों से गुजरा है. मान्या पढ़ाई के साथ साथ नौकरी भी करती थीं,जिससे वो अपने सपने को पूरा कर सकें. मुंबई से ग्रैजुएशन के बाद वो एमबीए करना चाहती थी लेकिन रुपयों की कमी के चलते उसने एमबीसी नहीं किया. लेकिन अब उम्मीद है कि मान्या धीरे धीरे अपने सारे सपने पूरे कर सकेंगी.
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