गुरुवार से लापाता हुई चार साल की एक कश्मीरी मासूम को तेंदुआ उठाकर ले गया और उसे नोंच-नोंच कर मार डाला. पुलिस ने मासूम बच्ची के क्षत-विक्षत शव को खोज लिया है. चार साल की मासूम अदा शकील सेंट्रल कश्मीर इलाके में बडगाव जिले के ओमपारा कॉलनी की रहने वाली थीं. बच्ची के पिता का नाम शकील अहमद है.
पुलिस का कहना है कि शुक्रवार सुबह को सूचना मिलने के बाद अदा को खोजने के लिए पुलिस, वन्य जीव की टीम और आर्मी ने व्यापक पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. लेकिन कुछ ही समय बाद पास की एक नर्सरी में अदा की लाश मिली. बच्ची अपने लॉन में खेल रही थी जहां से उसे तेंदुआ उठा ले गया.
पास में ही खून के निशान मिले
पुलिस के सर्च ऑपरेशन से पहले जब स्थानीय लोगों ने बच्ची को खोजना शुरू किया तो पास से ही खून के निशान मिले, जिससे लगने लगा कि बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया है. लोगों का यह शक कुछ ही समय बाद सच साबित हुआ जब पुलिस की टीम ने बच्ची का शव खोज निकाला. यह पहली बार नहीं है जब किसी बच्चे को तेंदुआ उठा ले गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में अक्सर तेंदुआ घूमता रहता है.
कॉलनी के आस-पास तेंदुएं अक्सर आते-जाते हैं
यह इलाका घने जंगल से भऱा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि तेंदुआ अक्सर इस इलाके में आते-जाते रहते हैं लेकिन प्रशासन या वन्यजीव के अधिकारी कुछ भी मदद नहीं करते. ओमपारा हुमहामा कॉलोनी के सैयद खालिद ने बताया कि हम लोग लंबे समय से वन्यजीव अधिकारियों से गुहार लगाते रहे हैं कि इन जानवरों से हमें बचाएं. लेकिन अब तक इन्होंने कुछ नहीं किया. उहोंने बताया कि जंगल घना होता जा रहा है. ऐसे में अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो इस तरह के दर्दनाक हादसे को रोका नहीं जा सकता.
बच्ची का भाई तेंदुए के चुंगुल से बच निकला
बच्ची को बचाने के लिए मुस्कान मुमताज ने ट्विटर पर पुलिस से मदद मांगी थी. जिसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन किया था. अदा सलीम मुस्कान मुमताज की भतीजी थीं. मुस्कान ने बताया कि उसकी भतीजी को तेंदुआ दीवाल के अंदर से खींच कर ले गया जबकि उसका भाई तेंदुए के चंगुल से बचकर भागने में सफल रहा.