नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी कॉल सेंटर और निजी कंपनी के जरिए चंदा इकट्ठा करेगी. इसके लिए एक मिस कॉल नम्बर जारी किया है. अभियान की शुरुआत करते हुए पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ईमानदारी से काम करती है इसलिए पार्टी के पास फंड नहीं है. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार को ईमानदारी का सर्टिफिकेट खुद मोदी सरकार ने दिया है.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आप का दान, राष्ट्र का निर्माण कार्यक्रम के जरिए आम आदमी पार्टी ने चंदा जुटाओ अभियान की शुरुआत की. शुरुआती तौर पर पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को हर महीने कम से कम 100 रुपया खुद देने और इसी तरह पांच अन्य लोगों को चंदा देने के लिए जोड़ने की अपील की गई. साथ ही अरविंद केजरीवाल ने एक नम्बर भी जारी किया जिस पर मिसकॉल देकर आम लोग चंदा दे सकेंगे. केजरीवाल ने कहा कि मिस कॉल देने पर कॉल सेंटर से फोन आएगा. इसके बाद कम्पनी के लोग घर जा कर चंदा लेंगे और रसीद देंगे.
अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की बनाई कमिटी उनकी सरकार की 400 से ज्यादा फाइलों की जांच की लेकिन कुछ भी गलत नहीं मिला. इसी का हवाला देकर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को 'कट्टर विरोधी' मोदी सरकार से क्लीन चिट मिली है. वहीं तंज कसते हुए केजरीवाल ने ये भी कहा कि अगर मोदी सरकार अपनी 4 फाइलें या राफेल की फाइल ही दिखा दे तो केजरीवाल उन्हें हमेशा के लिए जेल भिजवा सकते हैं.
हाल में ही मंत्री कैलाश गहलोत के घर पर पड़े छापे का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इससे पहले मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के घर भी छापा पड़ चुका है लेकिन कुछ नहीं मिला. केजरीवाल ने मजाकिया लहजे में कहा कि शायद अगला नम्बर गोपाल राय का है!
चंदे की अपील करते हुए केजरीवाल ने ये भी कहा कि उनकी सरकार मालामाल है और पार्टी कंगाल जबकि दूसरी पार्टियों में सरकार कंगाल होती है और पार्टी मालामाल! केजरीवाल ने ऐलान किया कि वो खुद हर महीने 10 हजार, उनकी पत्नी 5 हजार, बेटी 5 हजार और पिता 5 सौ रुपए चंदा पार्टी को देंगे. पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ऐलान किया कि वो हर महीने पार्टी को 21 हजार चंदा देंगे.
चंदा जुटाने के लिए कॉल सेंटर और कम्पनी का सहारा लिया जा रहा है. इसको लेकर सवाल पूछने पर चंदा अभियान की जिम्मेदारी संभाल रहे आप नेता पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग चंदा देना चाहते हैं लेकिन उनतक पहुंचना मुश्किल है, ऐसे लोग इस तरीके से चंदा दे सकते हैं.
हालांकि, शुरुआत में आम आदमी पार्टी ऑनलाइन चंदा लेती थी और उसकी जानकारी भी अपनी वेबसाइट पर भी जारी करती थी. लेकिन पिछले कुछ सालों से ये प्रक्रिया बन्द कर दी गई है. रेड्डी ने आरोप लगाया कि चंदा देने वालों को केंद्र सरकार परेशान करती थी इसलिए पुरानी प्रक्रिया बन्द कर दी गई.
आम आदमी पार्टी ने चंदा जुटाने के अभियान की औपचारिक शुरुआत तो कर दी है लेकिन असली अभियान 21 अक्टूबर से शुरू होगा जब आप कार्यकर्ता घर घर जा कर संपर्क करेंगे. समर्थन और चंदा दोनों मांगेंगे. आने वाले दिनों में पार्टी ने दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंकने की रणनीति बनाई है. जाहिर है दिल्ली आम आदमी पार्टी के लिए काफी अहम है.
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