मिजोरम: आइजोल में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 3.8 थी रिक्टर स्केल पर तीव्रता
मिजोरम के आइजोल में भूकंप के झटके महसूस हुए है. रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.8 मापी गई है.
मिजोरम के आइजोल में भूकंप के झटके महसूस किए गए है. मिली जानकारी के मुताबिक, भूकंप उत्तर-पूर्व में आया है. वहीं, रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.8 मापी गई है. आपको बता दें, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी पुष्टि की है. वहीं, किसी भी तरीके की जान-माल और नुकसान की खबर अभी सामने नहीं आयी है.
Earthquake of magnitude 3.8 on the Richter scale hit northeast of Aizawl, Mizoram: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) April 1, 2021
आईये जानते हैं, क्यों आता है भूकंप
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है. ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं. इसके बाद वह स्थिर रहते हुए अपनी जगह तलाशती हैं इस दौरान एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे आ जाता है.
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा केंद्र (एपीसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है. इन तरंगों से सैंकड़ो किलोमीटर तक कंपन होता है और धरती में दरारें तक पड़ जाती है. अगर भूकंप की गहराई उथली हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है जिससे भयानक तबाही होती है. लेकिन जो भूकंप धरती की गहराई में आते हैं उनसे सतह पर ज्यादा नुकसान नहीं होता. समुद्र में भूकंप आने पर उंची और तेज लहरें उठती है जिसे सुनामी भी कहते हैं.
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है.
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