MK Stalin On PM Modi: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से किसी के सवालों का जवाब दिए बिना घंटों बोलने की कला सीखी है. स्टालिन ने कहा, "संसद में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी से इतने सवाल पूछे लेकिन पीएम ने एक का भी जवाब नहीं दिया. मैंने पीएम मोदी से ये हुनर सीखा है कि बिना किसी सवाल का जवाब दिए घंटों कैसे बोला जाता है."


स्टालिन ने कहा, "पीएम और बीजेपी सरकार पर कई आरोप हैं, लेकिन उन्होंने किसी बात का जवाब नहीं दिया है. उनका कहना है कि जनता का विश्वास ही उनका सुरक्षा कवच है, लेकिन लोग अब ऐसा नहीं सोचते हैं." उन्होंने कहा, "संसद में पीएम की स्पीच में बड़ी-बड़ी बातें तो थीं, लेकिन BBC डॉक्यूमेंट्री या अडानी से रिश्तों को लेकर कोई जवाब नहीं था."


अडानी मामले को लेकर पीएम पर कसा तंज


एनडीटीवी के अनुसार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा, "अडानी समूह के खिलाफ आरोप केंद्र की बीजेपी सरकार पर सीधे आरोप हैं. यहां तक कि भारत के मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच भी मामले की गंभीरता से सुनवाई कर रही है, इसलिए संसद में एक चर्चा होनी चाहिए और एक संयुक्त संसदीय समिति की जांच का आदेश दिया जाना चाहिए."


राहुल गांधी के आरोपों को जायज ठहराया


कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी को संसद के रिकॉर्ड से निकाले जाने पर स्टालिन ने कहा, "इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें लोगों के दिमाग से निकाला जा सकता है." उन्होंने कहा, "संसद में राहुल ने पीएम से जो भी सवाल पूछे थे वे सभी जायज और सही थे. यह बेहद चौकाने वाला है कि पीएम ने इन आरोपों पर कुछ नहीं कहा.''
 
ईडी पर पीएम की टिप्पणी को कबूलनामा बताया


पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि ईडी ने विपक्ष को एकजुट कर दिया है. पीएम मोदी के इस बयान पर हमला करते हुए स्टालिन ने कहा, "यह उनका कबूलनामा है. ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी प्रधानमंत्री ने संसद में स्वीकार किया है कि वे विपक्ष के खिलाफ बदले की भावना रखते हुए राजनीति करते हैं. यह हमारे लोकतंत्र के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है."


सेतुसमुद्रम परियोजना को लेकर भी सवाल किया


एमके स्टालिन ने कहा कि पीएम ने डीएमके के सवालों का भी जवाब नहीं दिया. सेतुसमुद्रम शिपिंग नहर परियोजना 2007 से रुकी हुई है और डीएमके ने केंद्र से इसे तुरंत पुनर्जीवित करने और लागू करने का आग्रह किया है. पीएम के पास तमिलनाडु पर कुछ भी कहने के लिए कुछ नहीं था.


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