MK Stalin On Emergency: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार (11 दिसंबर) को कोयंबटूर में आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि एम. करुणानिधि ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बात नहीं मानी थी. इससे वो काफी नाराज थीं. 


स्टालिन ने कहा, ''पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनकी पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (DMK) से इमरजेंसी का विरोध नहीं करने का अनुरोध किया था लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री दिवंगत एम. करुणानिधि ने लोकतंत्र को अपनी सरकार से ऊपर रखकर इसका विरोध किया जिसके कारण उनकी सरकार गिर गई.''


क्या संदेश भेजा था? 


स्टालिन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत इंदिरा गांधी ने करुणानिधि को यह संदेश देने के लिए अपने लोग भेजे थे कि उन्हें 1975 में लागू आपातकाल का विरोध नहीं करना चाहिए और यदि उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया तो डीएमके सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है. इस जनसभा के दौरान अन्नाद्रमुक और डीएमडीके सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के 4,000 से अधिक लोग डीएमके में शामिल हुए. 


'एक सेकंड में सरकार गिर जाएगी'


स्टालिन ने कहा कि गांधी ने “खुद को एक संकट से बचाने” के लिए देश में आपातकाल लगाया था, जिसके बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया और कई नेताओं के खिलाफ कठोर आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) के तहत मामले दर्ज किए गए.


स्टालिन ने कहा, “तब तमिलनाडु में हमारी सरकार थी. उस समय कलैगनार (करुणानिधि) के लिए एक संदेश आया. कहां से? दिल्ली से. मैडम इंदिरा गांधी के दूतों ने उन्हें सूचित किया कि (आपको) आपातकाल का विरोध नहीं करना चाहिए और यदि विरोध किया तो, (DMK) सरकार एक सेकंड में गिर जाएगी.” हालांकि, करुणानिधि ने उनसे कहा कि उन्हें अपनी जान की भी परवाह नहीं है और लोकतंत्र उनके लिए महत्वपूर्ण है. 


बाद में मरीना में आयोजित एक जनसभा में स्टालिन ने कहा कि करुणानिधि ने आपातकाल के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया, जिसके तुरंत बाद डीएमके सरकार को बर्खास्त कर दिया गया. उन्होंने कहा, “हम सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. ”


चुनाव को लेकर क्या कहा? 


स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आने वाले चुनावों में सभी 40 सीटों (तमिलनाडु की 39 और पुडुचेरी की एक सीट) को जीतने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया. लोगों ने हाल में इरोड पूर्वी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में गठबंधन सहयोगी-कांग्रेस को शानदार जीत देकर एसपीए को स्पष्ट जनादेश दिया है. उन्होंने कहा कि इरोड पूर्वी सीट पर जीत तमिलनाडु के लोगों को दिए गए सुशासन और योजनाओं को दर्शाती है जिसमें महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा और सरकारी स्कूलों में छठी से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों को एक हजार रुपये देना शामिल है. 


'उचित जवाब होगा'


स्टालिन ने दावा किया कि कुछ पार्टी भ्रम पैदा करने और धर्म और जाति के नाम पर हिंसा भड़काने की कोशिश में हैं. वे डीएमके को सरकार से बेदखल करना चाहते हैं.  उन्होंने कहा कि गठबंधन की सभी 40 सीटें जीतना उन्हें उचित जवाब होगा. उन्होंने कहा कि डीएमके अन्य राज्यों में गठबंधन सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का गठन सत्ता के लिए नहीं, बल्कि गरीबों, दबे-कुचलों और किसानों की सेवा के लिए किया गया था और 2021 में छठी बार सत्ता में आने से पहले पार्टी ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. 


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