नई दिल्ली: करीब एक महीने तक राजस्थान कांग्रेस के कुनबे में मचा कलह आलाकमान के दखल के बाद शांत तो हो गया लेकिन ये मामला पूरी तरह ख़त्म हो गया है ऐसा नहीं लगता. सचिन पायलट और उनके साथी विधायक घर वापसी कर चुके हैं, लेकिन सीएम अशोक गहलोत गुट के विधायक सचिन खेमे की बगावत से अब भी नाराज हैं. सचिन पायलट गुट के विधायक आज सीएम अशोक गहलोत से मुलाक़ात कर सकते हैं. इसके साथ ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी आज हो सकती है. मंगलवार की रात जैसलमेर में हुई विधायक दल की बैठक में कई विधायकों ने सचिन खेमे को लेकर अपनी नाराजगी भी जताई.


अब सभी विधायक जयपुर लौट आये है और बाड़ाबंदी पार्ट-3 के तहत सभी को जयपुर के होटल फेयरमौंट में भेज दिया गया है. पहले जयपुर के होटल में 18 दिन और फिर जैसलमेर में 12 दिन तक बाड़ाबंदी में रहे गहलोत गुट के सभी विधायक बुधवार को जयपुर लौट गए हैं. इन सभी को एयरपोर्ट से ही सीधे बाड़ाबंदी के लिए होटल फेयरमौंट भेज दिया गया. जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में मंगलवार की रात को हुई बैठक में कई विधायकों ने सचिन पायलट और उनके समर्थकों की बगावत का मुद्दा उठाया.


अगर कोई दरवाजे पर आ ही गया तो उसे दुत्कारा नहीं जा सकता- सुरजेवाला


इन विधायकों ने कहा कि सचिन और उनके खेमे के लोगों को अगर सजा नहीं दी जा रही तो उन्हें इनाम भी नहीं दिया जाए. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने तो ये तक कह दिया कि अब अगर कोई दरवाजे पर आ ही गया तो उसे दुत्कारा नहीं जा सकता. जयपुर आये गहलोत गुट के कई विधायकों ने इस बात को माना कि विधायक दल की बैठक में ये सब बातें हुई थी.


सचिन समर्थक विधायकों की डगर इतनी आसान नहीं


कई विधायकों ने माना कि सचिन खेमे को लेकर तरह-तरह की बातें बैठक में हुईं लेकिन अब आला कमान का फैसला है इसलिए सब बातें ख़त्म हुईं. इन तमाम विधायकों की बातों से ये बात तो साफ़ है कि सचिन पायलट और उनके साथी विधायक आलाकमान के दखल के कारण घर तो लौट आये हैं लेकिन घरवाले उनकी वापसी से सहज नहीं हैं. इसलिए आगे सचिन और उनके समर्थक विधायकों की डगर इतनी आसान नहीं रहने वाली.


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