Tripura Election: त्रिपुरा में बीजेपी को झटका देने वाले विधायक ने इस पार्टी का थामा हाथ
Tripura Election: त्रिपुरा के धलाई करमछेड़ा से आदिवासी विधायक हरंगखवाल ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. हरंगखवाल बीजेपी से इस्तीफा देने के 1 दिन बाद ही कांग्रेस में शामिल हो गए.
Tripura Election: त्रिपुरा में बीजेपी को 28 दिसंबर को एक और झटका लगा था. बीजेपी (BJP) विधायक दीबचंद्र हरंगखवाल (Diba Chandra Hrangkhawl) ने बुधवार (28 दिसंबर) को त्रिपुरा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. दीबचंद्र हरंगखवाल बीजेपी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद गुरुवार (29 दिसंबर) को त्रिपुरा में एक रैली के दौरान अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए.
त्रिपुरा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. हरंगखवाल कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष थे और वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. हरंगखवाल धलाई के करमछेड़ा से आदिवासी विधायक हैं और उन्होंने निजी वजह से इस्तीफा देने की बात कही.
रैली में कांग्रेस महासचिव अजय कुमार ने त्रिपुरा के लोगों से विधानसभा चुनाव में माणिक साहा सरकार को हटाने के लिए आगे आने का आह्वान किया. अजय कुमार ने रैली में कहा, “बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार से त्रिपुरा सबसे बुरी तरह पीड़ित है, जहां वास्तविक मुद्दों - बेरोजगारी, महंगाई और सांप्रदायिक नफरत पर से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है.”
हरंगखवाल बुधवार को राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आशीष कुमार साहा के साथ विधानसभा पहुंचे थे. साहा ने इस साल के शुरुआत में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. बीजेपी इस साल अपने चार विधायक खो चुकी है. साहा के अलावा सुदीप रॉय बर्मन और बुरबो मोहन ने भी इस साल विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. सुरमा से विधायक आशीष दास कथित कदाचार की वजह से विधानसभा सदस्य के लिए अयोग्य करार दिए गए थे.
आईपीएफटी पार्टी के तीन विधायक ने भी छोड़ा था साथ
त्रिपुरा में बीजेपी सत्ता में है. बीजेपी त्रिपुरा में इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई है. त्रिपुरा में बीजेपी सरकार में साझेदार इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के तीन विधायकों धनंजय त्रिपुरा, बृषकेतु देबबर्मा और मावेर कुमार जामतिया ने भी इस्तीफा दे दिया था.
धनंजय त्रिपुरा और मावेर कुमार जमातिया का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है लेकिन बृषकेतु को प्रक्रियागत खामी की वजह से अयोग्य करार दिया गया. बीजेपी प्रवक्ता सुब्रता चक्रवर्ती ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हरंगखवाल लंबे समय से बीमार हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘इसका असर विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं पर नहीं पड़ेगा.’’
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