East Erode Bypoll : अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने रोड ईस्ट में हो रहे उप-चुनाव में बिना शर्त के कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला लिया है. बतादे कि हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के काफिले में शामिल हुए थे. इस दौरान ही ये कयास लगाया जा रहा था कि कमल हासन कांग्रेस के समर्थन में जाएंगे, हालांकि एमएनएम ने 2019 के लोकसभा चुनावों और 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों का अकेले सामना किया था.
अभिनेता कमल हासन की मक्कल नीधि माईम (MNM) ने इरोड ईस्ट उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार ई वी के एस एलंगोवन को बिना शर्त समर्थन देने का फैसला किया है. इससे पहले एलंगोवन ने सोमवार (23 जनवरी) को कमल से मुलाकात की और उनका समर्थन मांगा. एमएनएम नेता ने एलांगोवन से कहा कि वह अपनी पार्टी के सदस्यों से सलाह-मशविरा करने के बाद अपने फैसले की घोषणा करेंगे. एमएनएम कार्यकारी समिति, जो बुधवार (25 जनवरी) को चेन्नई में मिली, ने बिना शर्त कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का संकल्प लिया.
स्टालिन ने हासन को धन्यवाद दिया
एलंगोवन ने कमल हासन को धन्यवाद दिया और कहा कि यह कदम धर्मनिरपेक्षता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एसपीए को समर्थन देने के लिए हासन को धन्यवाद दिया. पार्टी की शासी और कार्यकारी परिषदों की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए हासन ने कहा कि उन्होंने सर्वसम्मति से डीएमके के नेतृत्व वाले एसपीए उम्मीदवार और "मेरे दोस्त" एलंगोवन को "बिना शर्त समर्थन" देने का फैसला किया है.
सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए हाथ मिलाया है
डीएमके समर्थित उम्मीदवार का समर्थन करने के बारे में पूछे जाने पर, हासन ने कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों और उन लोगों के खिलाफ लड़ने के लिए हाथ मिलाया है जो भोजन सहित लोगों के जीवन के हर पहलू में "घुसपैठ" करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनी हुई सरकारों को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया जा रहा है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "जब राष्ट्रीय महत्व की बात आती है तो आपको मतभेदों को खत्म करना होता है." एलंगोवन ने पहले हासन से मुलाकात की थी. एमएनएम प्रमुख ने वरिष्ठ नेता ए अरुणाचलम को विधानसभा क्षेत्र के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी नियुक्त करने की भी घोषणा की.
ये भी पढ़ें : BBC डॉक्यूमेंट्री पर JNU के बाद जामिया में भी बवाल, 4 छात्र लिए हिरासत में, यूनिवर्सिटी ने कहा- माहौल खराब करने की कोशिश