Hanuman Chalisa Row: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे आमने सामने हैं. इस मामले पर एमएनएस के कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किए हैं और उन्हें गिरफ्तार भी किया है. राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र सरकार की निंदा की और अपने चचेरे भाई उद्ध ठाकरे को चेतावनी भी दे डाली है कि वो उनके सब्र का इम्तिहान न लें. कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर राज ठाकरे ने आंकड़े पेश किए हैं तो वहीं पुलिस ने भी अपने आंकड़े पेश किए. इन दोनों आंकड़ों का मिलान किया जाए तो इनमें जमीन आसमान का अंतर साफ नजर आता है. अब ऐसे में ये मामला और खिंचता नजर आता है.
कल MNS चीफ राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था और दावा किया था कि पुलिस द्वारा MNS कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और इस वजह से वो नाराज़ है.
पत्र में निकाली भड़ास और पेश किए कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के आंकड़े
राज ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा था कि राज्य सरकार से मुझे एक ही बात कहनी है कि हमारी सहनशीलता का इम्तिहान न लें, सत्ता आती-जाती है, कोई भी सत्ता में हमेशा के लिए नहीं रहता, उद्धव ठाकरे तुम भी नहीं. राज ठाकरे ने कहा था की हमारे कार्यकर्ताओं को ऐसे ढूंढा जा रहा है जैसे कि वो पाकिस्तान से आए हुए आतंकी हों. राज ठाकरे ने यह भी दावा किया था की उनके क़रीबन 28 हजार लोगों को पुलिस ने नोटिस दिया है.
महाराष्ट्र पुलिस के आंकड़े कुछ अलग कहानी बयान कर रहे हैं
आंकड़ों के मुताबिक़ महाराष्ट्र पुलिस ने 10 मई तक 10 मामले दर्ज किए हैं और 64 लोगों को गिरफ़्तार किया है. इसके अलावा क़रीबन 3860 लोगों के ख़िलाफ़ प्रिवेंटिव कर्रवाई की गई और क़रीबन 9334 लोगों को CRPC की धारा 149 के तहत नोटिस दी गई है. इन सबको जोड़ा जाए तब भी 13,258 लोगों के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र पुलिस ने करवाई की है. जो की राज ठाकरे ने बताए आंकड़े का आधा भी नही है.
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