BMC की फेरीवाला नीति के खिलाफ एमएनएस मुखर, नया नियम वापस लेने की मांग की
मुंबई में जगह को लेकर आए दिन सड़को पर जाम लगने की परेशानी देखने को मिलती रहती है. बीएमसी द्वारा फेरी वालों के लिए नए नियम बनाए गए हैं. लेकिन इसका विरोध मनसे द्वारा किया जा रहा है.
मुंबई: देश की आर्थिक राजनीति मुंबई में जगह को लेकर यूं ही दिक्कतें बनी रहती हैं. फेरी वालों के चलते लोगों की दिक्कतें और भी ज्यादा बढ़ती जा रही हैं. बीएमसी द्वारा फेरी वालों के लिए नए नियम बनाए गए हैं जिसका मनसे ने विरोध किया है. गुरुवार को मनसे के नेता नितिन सरदेसाई ने इसके खिलाफ मोर्चा निकाला और अपनी नाराजगी जाहिर की थी. मनसे अब इस मुद्दे को लेकर लोगों के बीच जाने की तैयारी में है. साथ ही लोगों को लामबंद करके बीएमसी के फेरीवाले नीति की खिलाफत का पूरा मूड बना चुकी है.
दरअसल, बीएमसी ने नई फेरीवाली नीति के तहत फेरी वालों को फेरी लगाने के लिए कुछ जगह निश्चित की हैं. इसमें वह जगह भी शामिल है जहां मनसे का कार्यालय स्थित है. बीएमसी ने अब राजगढ़ के सामने वाली सड़क पर लगभग 100 फेरीवालों अपना धंधा लगाने की अनुमति दी है. इसमें एमएनएस की मुंबई मुख्यालय में राजगढ़ के सामने एक फुटपाथ भी शामिल है. अब बीएमसी का यह नया नियम मनसे को भला कैसे रास आने वाला है. मनसे ने गुरुवार को विरोध मार्च निकाला और अब लोगो को लामबंद कर आंदोलन की तैयारी में है.
मनसे के बड़े नेता नितिन सरदेसाई ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि नगर निगम में शिवसेना सत्ता में है इसीलिए शिवसेना की मनमानी चल रही है और मनमानी के तहत ही नई फेरीवाली नीति बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यह नियम नागरिकों और आम जनता को ध्यान में नहीं रखते हुए लिया गया है.
मुंबई में जगह को लेकर बहुत झगड़ा है आए दिन जगह की कमी और सड़को पर जाम के चलते लोगो को दिक्कत पेश आ रही है. भारी भीड़ और लोकल का इस्तेमाल करने के लिए लोग फुटपाथ का इस्तेमाल करते है लेकिन फेरीवालों के चलते फुटपाथ बिल्कुल चलने लायक नहीं रहता. आए दिन सड़को पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
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