नई दिल्ली:  केंद्र सरकार के चीजों की बिक्री के लिए एमआरपी एक्ट लागू करने के बाद भी रेल विभाग में नियमों की अनदेखी हो रही है .रेल में चलाए जाने वाली पैंट्री कार में खाने के सामानों को एमआरपी से बढा के बेचे जाने का मामला सामने आया है. महाराषट्र के परभणी जिले में मनसे कार्यक्रताओं ने  यह मामला सामने लाया है.  मनसे ने एक स्टिंग ऑपरेशन करके रेल कर्मचारियों की सांठगांठ का पर्दाफाश किया है.


दरअसल मनसे कार्यकर्ता परभणी इकाई के कार्यकर्ता नांदेड़ से रेलवे में चढ़े जहां से उन्होंने जालना तक की यात्रा पूरी की. इस बीच उन्होंने खाने के साथ चाय,पानी बोतल पैंट्री के कर्मचारियों से खरीदी और साथ ही साथ इसकी रसीद भी उन्होंने ली. बढ़े हुए दामों के साथ पैंट्री कार कर्मचारियों ने इसकी रसीद मनसे कार्यकर्ताओं को दे दी जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और मनसे कार्यकर्ताओं ने रेलवे में हल्ला और शोर करना चालू  कर दिया.

इसके बाद अन्य यात्रियों ने भी उनका समर्थन किया. इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग मनसे और यात्रियों की तरफ से की जा रही है. साथ ही मनसे की ओर से कहा जा रहा है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे.