नई दिल्ली: एमएनएस कार्यकर्ताओं की पिटाई के मामले में 7 हॉकर्स को गिरफ्तार किया गया है. सभी हॉकर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 यानी हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है.
इसके साथ ही एमएनएस के 18 कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कांग्रेस नेता संजय निरुपम पर बिना इजाजत सभा करने और फेरीवालों को भड़काने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. कल मलाड में फेरीवालों ने एमएनएस कार्यकर्ताओं की पिटाई की थी. एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे आज घायल कार्यकर्ताओं से अस्पताल पहुंचे.
संजय निरुपम के बयान से शुरू हुआ विवाद
पूरा विवाद कांग्रेस नेता संजय निरुपम के एक बयान के साथ शुरू हुआ. दरसअल संजय निरुपम कल दोपहर करीब एक बजे अपने पूरे दल-बल के साथ मुंबई में फेरीवालों से मिलने पहुंचे.
इस दौरान वो कई बार MNS और बीजेपी को ललकारते नज़र आए. भीड़ की मौजूदगी से गदगद संजय निरुपम ने कह दिया कि खुद को बचाने के लिए कानून हाथ में लेना पड़े तो लो लेकिन गुंड़ों से मार मत खाओ.
संजय निरुपम की सभा खत्म होते ही MNS कार्यकर्ता एक बार फिर से मलाड स्टेशन पर फेरीवालों के बीच पहुंचे. इस बार उनका दांव उल्टा पड़ गया. फेरीवालों ने MNS कार्यकर्ताओं की बीच बजार पिटाई कर दी.
मारपीट के दौरान MNS का एक कार्यकर्ता सुशांत मालवदे बुरी तरह घायल हो गया. एमएनएस के नेता इस घटना के लिए संजय निरुपम के बयान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.