झारखंड: चोरी के शक में भीड़ ने तबरेज अंसारी को पकड़ा, 'जय श्री राम' के नारे लगवाए और पीट-पीटकर मार डाला
बाइक चोर होने के शक में भीड़ ने तबरेज अंसारी की पिटाई की थी और उसे पुलिस के हवाले कर दिया था. बाद में हुए जेल भेज दिया गया, जहां उसकी तबियत और अधिक बिगड़ गई. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई.
जमशेदपुर: झारखंड के सरायकेला खरसावां में भीड़ की हिंसा (मॉब लिंचिंग) का मामला सामने आया है. जहां धातकीडीह में बाइक चोर होने के शक में एक युवक तबरेज अंसारी को भीड़ ने पीट-पीटकर बुरी तरह जख्मी कर दिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. बाद में उसकी अस्पताल में मौत हो गई.
पुलिस ने तबरेज को कैद में रखा था. रविवार को उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. जिसके बाद उसे सदर अस्पताल ले जाया गया जहां से डॉक्टर से उसे जमशेदपुर स्थित टाटा मेन हॉस्पिटल रेफर कर दिया और यहां लाने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पाकर मृतक के परिजन इक्ट्ठा हुए और पुलिस प्रशासन, जेल प्रशासन और अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाये.
Maqsood Alam, relative of Tabrez: They thrashed him & later gave him to police. He was suspected of theft but it was a communal attack. He was beaten because he had a Muslim name. They made him chant 'Jai Shri Ram' & 'Jai Hanuman' again & again. I demand the culprits be arrested pic.twitter.com/aTWLjrUkAg
— ANI (@ANI) June 24, 2019
तबरेज के एक संबंधी ने कहा कि कथित चोरी की वजह से नहीं बल्कि उसकी हत्या सांप्रदायिक कारणों से हुई है. उसे जय श्रीराम और जय हनुमान जैसे नारे लगाने को मजबूर किया गया. उन्होंने कहा, ''उन्होंने उसकी (तबरेज) पिटाई की और बाद में उसे पुलिस को दे दिया. उन्हें चोरी का संदेह था लेकिन यह एक सांप्रदायिक हमला था. उसे इसलिए पीटा गया क्योंकि उसका मुस्लिम नाम था. उन्होंने (भीड़) उससे बार-बार 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' का नारा लगवाया. दोषियों को गिरफ्तार किया जाए.''