UPSC की परीक्षा में 93वां रैंक लाने वाली ऐश्वर्या श्योराण 2016 में मिस इंडिया फाइनलिस्ट के तौर पर टॉप 21 में सेलेक्ट हुई थी. दिल्ली विश्वविद्यालय के SRCC से की पढ़ाई की. जितने लोग मेरे बारे में सुन रहे हैं वो यही सोच रहे हैं कि ऐसा कैसे हुआ लेकिन मैं बचपन से बहुत पढ़ाकू रही हूं जिसका किताबों से बहुत लगाव है. मै स्कूल की हेड गर्ल थी और मेरे पास साइंस स्ट्रीम थी बोर्ड की परीक्षा में 97.5 प्रतिशत आने के बाद मैंने दिल्ली विश्वविधालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) कॉलेज में एडमिशन लिया.


मॉडलिंग करियर की शुरुआत


मै बहुत लकी रही. कॉलेज के फर्स्ट ईयर में मेरी मां और मैं एक मॉल में घूम रहे थे , मां शॉपिंग करने में व्यस्त थी और मै वहां चल रही ' मिस फ्रेश फेस' प्रतियोगिता में चली गई. मैंने इस प्रतियोगिता में भाग लिया और जीत गई . बाद में मुंबई गई जहां मिस इंडिया ऑर्गनाइजेशन ने मुझे देखा और पार्टिसिपेट करने के लिए कहा. मुझे मॉडलिंग ऑफर आने लगे और मैंने अपनी हॉबी को जी जान से जिया. ग्रेजुएशन खत्म होने पर मै यूपीएससी परीक्षा में बैठने के योग्य हो गई और तैयारी में जुट गई.


10+8+6 का मंत्रा


मैंने यूपीएससी की पढ़ाई के लिए 10+8+6 फॉर्मूला बनाया, यानि कि 10 घंटे पढ़ाई ,8 घंटे सोना और 6 घंटे अपनी पसंद का कोई भी काम करना. इस परीक्षा में स्ट्रेटर्जी बहुत ज़रूरी है. यूपीएससी सिलेबस के बाहर कुछ नहीं पूछता इसलिए आपको नोट्स बनाने बहुत ज़रूरी है. मै 100 पेज की किताब के 2 पेज नोट्स बना लेती थी. मटेरियल कलेक्टर करके रखने से अच्छा है मटेरियल शेडर बनें.


इंटरव्यू में पूछे गए सवाल


इंटरव्यू में मुझसे मिस इंडिया के बारे में कुछ नहीं पूछा गया. वो देखना चाहते थे कि मै एक ऑफिसर की तरह किस तरह से काम कर सकती हूं और मेरी क्षमता कितनी है. मुझसे ज़्यादातर सवाल मेरे ऑप्शनल सब्जेक्ट अर्थशास्त्र विषय के बारे में पूछे गए. मेरा जन्मस्थान सिरसा है इसलिए मुझसे हरियाणा कि खाप पंचायत के बारे में सवाल पूछे गए. उस समय डोनाल्ड ट्रंप भारत आ रहे थे , इसलिए भारत अमेरिका के रिश्तों के बारे में भी सवाल पूछे गए.


माता पिता का सहयोग और अनुशासन


मेरे पिता आर्मी बैकग्राउंड के हैं और घर में अनुशासन बचपन से है. हर रोज़ सुबह 6 बजे उठने की आदत घर में सभी लोगों को है. मम्मी चाहती थी कि मै मॉडलिंग करूं और मिस इंडिया बनूं , उन्हें यह जान कर बहुत खुशी हुई कि मैं मिस इंडिया में फाइनलिस्ट बनी. मेरे माता पीता ने मुझे कभी किसी चीज को लेकर दबाव नहीं डाला और हमेशा मुझे मेहनत करने के लिए प्रेरित किया.


बिना कोचिंग के इंटरनेट से की तैयारी


मेरे लिए मॉडलिंग करना हॉबी थी , जितना वहां से सीख सकती थी सीखा और आगे बढ़ गई. यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने के लिए आपको खुद जानना है कि आपके लिए क्या छोड़ना फायदेमंद रहेगा. जैसे अगर आप सुबह उठते ही इंस्टग्राम देखते हैं तो कहीं ना कहीं आप इस तकनीक के गुलाम बन रहे हैं. मैंने तकनीक को सीमित रखा. इंटरनेट से नोट्स डाउनलोड कर के प्रिंट कराती थी. इंटरनेट पर बहुत सारे सोर्स हैं जो यूपीएससी में आपकी मदद कर सकते हैं लेकिन ज़्यादा सोर्स से उलझन ज़्यादा हो सकती है. मैंने कोचिंग नहीं ली लेकिन मॉक टेस्ट बहुत दिए और सिर्फ एक कमरे में बैठ कर इस परीक्षा की तैयारी की.