पंजाब सरकार की सीधे वैक्सीन खरीदने की योजना को झटका, मॉडर्ना ने राज्य को डायरेक्ट टीके भेजने से किया इनकार
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने अपनी कोविड वैक्सीन की सप्लाई डायरेक्ट पंजाब को करने से इनकार कर दिया है. कंपनी ने कहा है कि वह अपनी ऑफिशियल पॉलिसी के मुताबिक भारत सरकार के साथ ही डील करेगी. पंजाब सरकार वैक्सीन निर्माताओं से वैक्सीन की डायरेक्ट खरीद के प्रयास कर रही है.
चंडीगढ़: अमेरिकी दवा कंपनी मॉडर्ना ने कोविड वैक्सीन की सप्लाई डायरेक्ट पंजाब को करने के राज्य सरकार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है. मॉडर्ना ने पंजाब को डायरेक्ट सप्लाई से इनकार करते हुए कहा है कि कंपनी अपनी ऑफिशियल पॉलिसी के मुताबिक भारत सरकार के साथ ही डील करेगी. पंजाब सरकार ने वैक्सीन डायरेक्ट खरीदने के लिए वैक्सीन निर्माताओं से संपर्क किया था.
राज्य के वैक्सीनेशन नोडल अधिकारी विकास गर्ग ने कहा पंजाब स्पुतनिक वी, फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन सहित सभी संभावित स्रोतों से वैक्सीन खरीदने की संभावनाएं तलाश रहा है. उन्होंने कहा कि अभी तक सिर्फ मॉडर्ना ने ही जवाब दिया है लेकिन कंपनी ने राज्य सरकार के साथ डील करने से इनकार कर दिया है. एक रिपोर्ट के अनुसार अबतक दुनियाभर में लगभग 9 करोड़ लोगों लोगों को मॉडर्ना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
वैक्सीन की कमी से रोकना पड़ा टीकाकरण
वैक्सीन की डोज नहीं होने के कारण पंजाब को पिछले तीन दिनों से फेज 1 और फेज 2 कैटेगरी के लिए टीकाकरण रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा है. गर्ग ने कहा कि केंद्र के तीसरे फेज (18-44 आयु वर्ग) के आवंटन के तहत राज्य केवल 4.2 लाख वैक्सीन डोज खरीद पाया है, जिसमें शनिवार को मिली 66,000 डोज भी शामिल हैं. इनमें से 3.65 लाख डोज का पहले ही उपयोग किया जा चुका है और अब केवल 64,000 डोज बची हैं.
कोरोना से पंजाब में हो चुकी हैं 13 हजार से ज्यादा मौतें
गर्ग ने कहा, "राज्य में टीकों की भारी कमी को पूरा करने के लिए वैक्सीन की खरीद के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे. केंद्र सरकार से अब तक 44 लाख से कम वैक्सीन डोज मिली हैं." पंजाब में 61 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं और वायरस से 13,000 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है.
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