नई दिल्ली: बजट 2018 में घोषित दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी हेल्थ स्कीम 'आयुष्मान भारत' को आज कैबिनेट की मजूरी मिल गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज कैबिनेट ने इस पर मुहर लगाई.


भारत में अपनी तरह की ये पहली सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना है. इस बीमा योजना के तहत सरकार हर गरीब परिवार के इलाज के लिए सालाना 5 लाख रुपए खर्च करेगी. यह योजना इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि इससे देश की करीब 40 फीसदी आबादी को फायदा मिलने का दावा किया जा रहा है.


इस योजना पर अगले दो साल तक 10,500 करोड़ रुपये खर्च आएगा. इस खर्च में केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की हिस्सेदारी होगी. 60 फीसदी खर्चा केंद्र और 40 फीसदी खर्चा राज्य सरकार उठाएगी.


यह योजना पूरी तरह से कैशलेस है और इसमें बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं होगी. केंद्र सरकार इस योजना के लिए पूरे देश में करीब 1.5 लाख स्वास्थ्य केंद्र खोलेगी. मोदी सरकार को 2019 के चुनाव के लिए इस योजना से काफी उम्मीदें हैं.