नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि कैबिनेट ने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. किसानों, मजदूरों और छोटे कारोबारियों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है.
जावड़ेकर ने कहा कि एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) की परिभाषा को बदल दिया गया है. उन्होंने बताया कि MSME के लिए 50,000 करोड़ की इक्विटी का प्रस्ताव पहली बार आया है.
जावड़ेकर ने कहा, रेहड़ी पटरी वालों के लिए विशेष सूक्ष्म ऋण योजना शुरू की जाएगी. जिसके तहत 10 हजार तक के लोन मिल सकेंगे. इस योजना से 50 लाख लोगों को लाभ मिलेगा. उन्होंने किसानों के लिए कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) उसकी कुल लागत का डेढ़ गुना ज्यादा रखने का वादा सरकार पूरा कर रही है.
किसान
उन्होंने कहा, ''मंत्रिमंडल ने 14 खरीफ फसलों के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी, किसानों को मिलेगा लगात से कम से कम 50 से 83 प्रतिशत तक ऊंचा मूल्य मिलेगा.''
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को लेकर हुए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि गेंहू की खरीद 360 लाख मीट्रिक टन हो चुकी है. कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने 2020-21 के लिये धान की एमएसपी 53 रुपये बढ़ाकर 1,868 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है.
तोमर ने कहा कि यदि किसान समय पर अपना कर्ज चुकाता है तो उसे 4 फीसदी में ही कर्ज मिलता है. लॉकडाउन की वजह से सरकार ने किसानों को कर्ज चुकाने के लिए 31 मई तक समय दिया था. लेकिन अब उसे बढ़ाकर 31 अगस्त तक किया गया है.
एमएसएमई
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश में 6 करोड़ एमएसएमई है जिससे 11 करोड़ रोजगार मिलता है. माइक्रो में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर को एक कर दिया गया है. एक्सपोर्ट के टर्नओवर को एमएसएमई की लिमिट से बाहर किया गया है. इससे 2 लाख एमएसएमई को फिर से शुरू करने में फायदा होगा.
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में पिछले करीब 70 दिनों से लॉकडाउन है. आज ही लॉकडाउन 5 की शुरुआत हुई है जो 30 जून तक जारी रहेगी. इस बीच कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है.
कोविड-19 के 8,392 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,90,535 हो गए हैं. वहीं 230 और लोगों की जान जाने के बाद वायरस से मरने वालों की संख्या 5,394 हो गई.
कोरोना वायरस पर नजर रख रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटन, स्पेन और इटली के बाद कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में भारत सातवें नंबर पर है. अब तक 91818 लोग ठीक हुए हैं.