Kharif Crop MSP: किसानों को मोदी सरकार की सौगात, इन फसलों पर बढ़ाई MSP
Modi Cabinet Decision: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में धान (Paddy) के एमएसपी में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया गया.
Modi Cabinet Decision: किसानों (Farmers) को सौगात देते हुए मोदी सरकार ने ख़रीफ़ सीजन 2022-23 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी (MSP) में बढोत्तरी का ऐलान किया है. इसके तहत धान के एमएसपी में 100 रुपये प्रति क्विंटल का इज़ाफ़ा किया गया है जो पिछले पांच सालों में सबसे ज़्यादा है. सरकार ने दावा किया है कि सभी फ़सलों का एमएसपी उसके उत्पादन मूल्य का कम से कम 50 फ़ीसदी बढ़ाकर तय किया गया है.
हर साल की तरह इस साल भी खरीफ फसलों (Kharif Crops) की बुवाई से पहले सरकार ने इन फसलों की एमएसपी की नई दर घोषित कर दी है. सबसे प्रमुख खरीफ फसलों में से एक धान के एमएसपी में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है.
नए न्यूनतम समर्थन मूल्य-
धान
2021-22 : 1940 रुपये प्रति क्विंटल
2022-22 : 2040 रुपये प्रति क्विंटल
पिछले साल ( 2021-22 ) ये बढोत्तरी 72 रुपये प्रति क्विंटल थी.
अरहर दाल
2021-22 : 6300 रुपये प्रति क्विंटल
2022-23 : 6600 रुपये प्रति क्विंटल
पिछले साल 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी की गई थी.
मूंग
2021-22 : 7275 रुपये प्रति क्विंटल
2022-22 : 7755 रुपये प्रति क्विंटल
पिछले साल केवल 79 रुपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी की गई थी जबकि इस साल 480 रुपये प्रति क्विंटल की गई है.
मूंगफली
2021-22 : 5550 रुपये प्रति क्विंटल
2022-23 : 5850 रुपये प्रति क्विंटल
पिछले साल ये बढोत्तरी 275 रुपये प्रति क्विंटल थी.
कपास
2021-22 : 5726 रुपये
2022-23 : 6080
इसी तरह जोवार , बाजरा , उड़द , रागी , सोयाबीन और सूरजमुखी जैसी फ़सलों के लिए भी एमएसपी में बढोत्तरी करने का फ़ैसला किया गया है. कैबिनेट के फ़ैसलों की जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार ने किसानों को उनकी लागत मूल्य का कम से कम 50 फ़ीसदी मुनाफा देने के अपने वादे के मुताबिक ही एमएसपी की नई दर की घोषणा की है.
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक़ लागत मूल्य से सबसे ज्यादा कीमत पर बाजरे की एमएसपी (MSP) तय की गई है जबकि अरहर दाल की लागत मूल्य से 7 फ़ीसदी ज्यादा एमएसपी का ऐलान किया गया है. अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक इस साल देश में खाद्यान्न का उत्पादन 31.4 करोड़ टन होने की संभावना है जो पिछले साल से करीब 35 लाख टन ज्यादा है . सरकार ने दावा किया कि एमएसपी (MSP) की नई दर से किसानों (Farmers) को उनकी फसल का उचित दाम मिल सकेगा.