अनुभव, युवा, महिला... जानें मोदी कैबिनेट विस्तार में किन-किन चीजों का रखा जाएगा विशेष ध्यान
ऐसा माना जा रहा है कि इस बार मोदी कैबिनेट विस्तार में 17 से 22 नए मंत्री शामिल हो सकते हैं, जबकि कुछ पुराने मंत्रियों का पत्ता कट सकता है.
मोदी कैबिनेट का कल शाम 6 बजे विस्तार होने जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार 17 से 22 नए मंत्री शामिल हो सकते हैं जबकि कुछ पुराने मंत्रियों का पत्ता कट सकता है. सबसे खास बात ये है कि कबिनेट विस्तार में शासन और व्यवस्था को अनुभव को तरजीह दी जाएगी.
इसके साथ ही, युवा पर ज़ोर दिया जाएगा. मोदी मंत्रिमंडल की इस विस्तार में सबसे युवा मंत्रिमंडल होगा, मतलब उम्र का औसत सबसे कम होगा. इसके अलावा महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा रहा है.
नए कैबिनेट में प्रोफेशनल, मेनेजमेंट, MBA पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया जा रहा है. साथ ही, बड़े राज्य को ज़्यादा हिस्सेदारी दी जाएगी. बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जैसे इलाक़ों को हिस्सेदारी दी जा रही है.
छोटी से छोटी समुदायों को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जाएगा, जिनमें- यादव, कुर्मी, जाट, क़हार, पासी, कोरी और लोधी से होंगे. दो दर्जन OBC या पिछड़ा वर्ग के मंत्री इस विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में हो जाएंगे. अनुसूचित जाति से का प्रतिनिधित्व अब तक की सरकारों में सबसे ज़्यादा होगा.
कैबिनेट विस्तार से पहले बदले 8 राज्यों के राज्यपाल
इधर. केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव की खबरों के बीच मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को मंगलवार को कर्नाटक का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया. इसके साथ ही तीन अन्य नेताओं को राज्यपाल बनाया गया है. बाकी चार राज्यपालों के राज्य में फेरबदल भी किया गया है.
इस बारे में राष्ट्रपति भवन ने जानकारी दी है कि आठ राज्यों में राज्यपालों की नियुक्ति अथवा फेरबदल किया गया है . राष्ट्रपति भवन की ओर जारी रिलीज़ में कहा गया है कि उपरोक्त नियुक्तियां राज्यपालों के पद भार संभालने की तिथि से प्रभावी होंगी . बता दें कैबिनेट विस्तार से पहले इस बात की भी चर्चा है कि कई और मंत्रियों को या तो संगठन में भेजा जा सकता है. या फिर उन्हें संवैधानिक पद दिया जा सकता है.
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