बंगाल को लेकर बीजेपी का दांव: कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने पर फैसला कर सकती है कैबिनेट
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. पोर्ट का नाम श्याम प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखकर बीजेपी राज्य में अपनी जड़े जमाने की कोशिस में है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म बंगाल में ही हुआ था.
नई दिल्ली: अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव है. लोकसभा चुनावों में अप्रत्याशित जीत से उत्साहित बीजेपी ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार को पटखनी देने की भरपूर कोशिश कर रही है. विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी सरकार को पराजित करने की कोशिश के तहत मोदी सरकार कल एक सांकेतिक मगर अहम फैसला कर सकती है.
एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बीजेपी के पूर्ववर्ती अवतार भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने का फ़ैसला कर सकती है.
पीएम ने किया था ऐलान
इस साल फरवरी में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ मनाई गई थी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य समारोह में भाग लेते हुए पोर्ट ट्रस्ट का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने का ऐलान किया था. बुधवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इसपर औपचारिक फैसला लिए जाने की उम्मीद है .
भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दिन दयाल उपाध्याय को बीजेपी अपना वैचारिक पथ प्रदर्शक मानती है. मुखर्जी का जन्म कोलकाता में ही 1901 में हुआ था. पोर्ट ट्रस्ट का नाम उनके नाम पर रखकर बीजेपी बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी जड़ बंगाल से जोड़ने की कोशिश में हैं.
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट देश का सबसे पुराना पोर्ट ट्रस्ट है. इसके वेबसाइट के मुताबिक़ इसकी स्थापना 1870 में हुई थी जब भारत का शासन ईस्ट इंडिया कम्पनी से निकलकर सीधे ब्रिटिश राज के अंदर चला गया था. पोर्ट ट्रस्ट को गेटवे ऑफ ईस्टर्न इंडिया कहा जाता है . इसी साल पोर्ट ट्रस्ट ने अपनी स्थापना के 150 साल पूरे किए हैं.
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