Delhi Government Vs Center: केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. इसी को लेकर केजरीवाल ने शुक्रवार (26 मई) को बताया कि वो तेलंगाना के सीएम केसीआर से मिलेंगे.
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ लाए गए बीजेपी सरकार के असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगने के लिए हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात करेंगे.''
केजरीवाल इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी सहित कई नेताओं से मिल चुके हैं. इसके बाद सबने एक बात दोहराई है कि हम इसके खिलाफ है. राज्यसभा में हम इसके खिलाफ वोट करेंगे.
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मांगा समय
केजरीवाल ने ध्यादेश के खिलाफ समर्थन के लिए कांग्रेस अघ्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के नेता राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा है. दरअसल अध्यादेश जारी किए जाने से महज एक हफ्ते पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस, कानून-व्यवस्था और भूमि को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंप दिया था. कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अफसरों की पोस्टिंग और तबादले का अधिकार दिल्ली सरकार के पास है.
क्यों विपक्षी दलों से मिल रहे हैं?
आप नेता अरविंद केजरीवाल को उम्मीद है कि विपक्षी दलों के सहयोग से राज्यसभा में उन्हें अध्यादेश के खिलाफ सहयोग मिलेगा. ऐसा रहा तो केजरीवाल सरकार को पहले की तरह ही अफसरों की पोस्टिंग-तबादले का अधिकार मिल जाएगा.
बता दें कि केजरीवाल दावा करते रहे हैं कि मोदी सरकार का ये अध्यादेश दिखाता है कि केंद्र सरकार का सु्प्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है तो वहीं बीजेपी कहती रही है कि दिल्ली देश की राजधानी है तो ऐसे में अध्यादेश जरूरी है.
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