(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्याज की बढ़ती कीमतों ने मोदी सरकार के छुड़ाए पसीने, 12 हजार मीट्रिक टन का किया जाएगा आयात
प्याज की कीमतों ने मोदी सरकार के पसीने छुड़ा दिए हैं. इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है लेकिन अभी तक प्याज की कीमतों में उतनी कमी नहीं आई है.
नई दिल्ली: बाजार में प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों से मोदी सरकार परेशान है. सरकार प्याज की कीमतों को कम करने के लिए बाजार में प्याज की सप्लाई की कमी को पूरे करने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं. इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने अतिरिक्त प्याज आयात करने का फैसला किया है. इसके लिए 12660 मीट्रिक टन प्याज आयात करने के लिए करार हो चुका है.
27 दिसम्बर को भारत पहुंचेगी नई खेप
प्याज़ के इस खेप के आयात के लिए सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने क़रार किया है. 12660 मीट्रिक टन की ये नई खेप के 27 दिसंबर तक देश में आ जाएगी. इस नई खेप को मिलाकर अब तक 30 हजार मीट्रिक टन प्याज़ के आयात को लेकर करार हो चुका है. इतना ही नहीं , सरकार ने आज 15000 मीट्रिक टन अतिरिक्त प्याज़ के आयात के लिए टेंडर भी जारी किया है.
इन प्याजों को 5-5 हजार मीट्रिक टन के तीन किस्तों में मंगाया जाएगा. इन सभी प्याज को मिलाकर केंद्र सरकार ने अब तक 45 हजार मीट्रिक टन प्याज के आयात का करार कर लिया है या फिर इसके लिए टेंडर दिया जा चुका है.
15 दिसम्बर को बाजार में आएगा मिश्र का प्याज़
इस बीच प्याज़ की महंगाई से जूझ रही जनता को जल्द ही राहत मिल सकती है. मिश्र से भारत आने वाले प्याज़ की पहली खेप 15 दिसम्बर को बाज़ारों में पहुंचने लगेगी. एबीपी न्यूज़ को इस बात की जानकारी देते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि प्याज़ के बाज़ार में पहुंचने से क़ीमत में कमी आने लगेगी. पहली खेप में 1500 मीट्रिक टन प्याज़ बाजार में पहुंचेगा. उसके दो दिनों के बाद और 1500 मीट्रिक टन प्याज़ भी बाज़ार में पहुंच जाएगा.
आज फिर हुई मंत्रिसमूह की बैठक
प्याज़ की महंगाई कम करने के लिए अबतक उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आज फिर मंत्रिसमूह की बैठक हुई. बैठक में उपभोक्ता मंत्रालय के अधिकारियों ने जानकारी दी कि पिछले दो दिनों में प्याज की कीमतों में कमी आई है.
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