G-20 की अध्यक्षता को एक यादगार पल बनाना चाहती है सरकार, 10 बड़ी बातें
G-20 Presidency Preparation: जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता इस बार भारत के हाथों में है. 1 दिसंबर को इसकी औपचारिकताएं भी पूरी होने वाली हैं. शिखर सम्मेलन को लेकर भारत ने क्या तैयारियां की हैं जानें.
G-20 Summit In India: भारत इस बार होने वाले जी-20 समिट की अध्यक्षता करेगा. आधिकारिक तौर पर भारत 1 दिसंबर को जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. इसके बाद से भारत एक साल के लिए जी-20 का अध्यक्ष रहेगा. इस दौरान अलग-अलग 50 जगहों पर 200 से ज्यादा बैठकें होंगी. इस मौके को खास बनाने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष तैयारियां भी की हैं. सरकारी सूत्रों ने कहा है कि देशभर में 100 से ज्यादा स्मारकों पर जी-20 का लोगो दिखाई देगा.
सूत्रों ने कहा है कि ये देश में अब तक का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम होने वाला है. अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद जी-20 शिखर सम्मेलन तक देशभर के 50 शहरों में 200 से ज्यादा बैठकों की योजना बनाई है. इनमें से कुछ बैठकों की मेजबानी करने के लिए देश के उन शहरों को चुना गया है जिनके बारे में लोगों को बेहद कम जानकारी है. तो आइए जानते हैं भारत में होने वाली जी-20 बैठक की खासियतों के बारे में-
भारत में होने वाली जी-20 समिट की 10 बड़ी बातें
- ये शिखर सम्मेल अगले साल सितंबर के महीने में दिल्ली में होगा. इसके लिए व्यापक रूप से तैयारी चल रही है. इसके आयोजन से पहले 50 शहरों में 200 से अधिक बैठकें होंगी. साल 2016 में चीन हुए जी-20 समिट में होने वाली बैठकों की कुल संख्या ये संख्या कहीं अधिक है.
- सूत्रों ने कहा है कि इस शिखर सम्मेलन ने ‘त्रुटिहीन और अद्वितीय भारत’ पहचान होने की उम्मीद है जो ब्रांड इंडिया से भी जुड़ेगा.
- 1 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम के लिए 100 स्मारकों पर जी-20 का लोगो दिखाई देगा. एक विशेष लाइटनिंग सेरमनी की व्यवस्था की गई है. इस दौरान एक खास ऑडियो और वीडियो क्लिप भी चलाई जाएंगी. साथ ही जी-20 लोगो के साथ सेल्फी प्रतियोगिता भी होगी.
- सरकार ने गुरुवार को जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने पर नागालैंड के प्रसिद्ध हॉर्नबिल महोत्सव को प्रदर्शित करने की भी योजना बनाई है. इसके साथ ही ओडिशा के रेत कलाकार पुरी में रेत पर जी-20 का लोगो बनाएंगे और इसे रोशनी से जोड़ा जाएगा.
- जी-20 के बारे में छात्रों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे और विदेश मंत्री एस जयशंकर 75 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों के साथ बातचीत करेंगे.
- अगले साल होने वाले इस शिखर सम्मेलन के लिए भारत अपनी डिजिटल परिवर्तन की ताकत दिखाएगा जिसमें पर्यावरण के विकास में सस्ती टेक्नोलॉजी जैसी चीजें शामिल हैं.
- सूत्रों ने कहा है कि नवीकरणीय ऊर्जा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में भारत के योगदान और टिकाऊ पर्यावरण के लिए जीवनशैली में बदलाव पर भी ध्यान दिया जाएगा.
- इस शिखर सम्मेलन में विदेशों से आए अथितियों के लिए डिनर के दौरान राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. इसके अलावा दूसरे इवेंट भी किए जाएंगे. इसमें छात्रों के साथ डिबेट शामिल है.
- सूत्रों ने कहा है कि इस शिखर सम्मेलन से संबंधित पूरी जानकारी देश में ब्लॉक स्तर तक पहुंचाई जाएगी. जिसे जनभागीदारी नाम दिया गया है.
- जी-20 समूह दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को साथ लाने का काम करता है. इसके सदस्य देशों का विश्व की जीडीपी में 80 प्रतिशत से भी अधिक हिस्सा है. साल 1999 से ये फोरम हर साल हो रहा है.
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