नई दिल्ली: मोदी सरकार ने देश के सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन मुहैया कराने के लिए बजट तैयार कर रही है. एक रिपोर्ट की मानें, तो कोरोना वैक्सीन पर प्रति व्यक्ति 6-7 डॉलर का खर्च आएगा, इसके लिए सरकार ने कुल 500 अरब यानी कि 50 हजार करोड़ का बजट तय किया है. सरकार इस बजट का इंतजाम मौजूदा वित्तीय वर्ष के आखिरी तक कर देगी.
भारत की पहली वैक्सीन को तीसरे चरण का मानव परीक्षण शुरू करने की अनुमति मिल गई है. भारत बॉयोटेक इंडिया लिमिटेड (BBIL) ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर कोवैक्सीन वैक्सीन विकसित किया है. करीब तीन महीने पहले जुलाई में, भारत बॉयोटेक को पहले और दूसरे चरण का मानव परीक्षण करने की इजाजत दी गई थी.
तीसरे चरण का मानव परीक्षण अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है. मंगलवार को भारतीय दवा नियंत्रण प्राधिकरण की कमेटी ने वैक्सीन पर विचार-विमर्श किया और मानव परीक्षण की प्रक्रिया में मामूली बदलाव की सलाह देते हुए मंजूरी दी.
अंतिम चरण के मानव परीक्षण में 28,500 लोग होंगे शामिल
भारत में होने जा रहे अंतिम चरण के मानव परीक्षण में 28 हजार 500 लोग शामिल होंगे. खबरों के मुताबिक, वॉलेंटियर को 28 दिनों के अंतराल पर प्रयोगात्मक वैक्सीन का दो डोज दिया जाएगा. कोवैक्सीन का परीक्षण दिल्ली, मुंबई, पटना, लखनऊ समेत 19 जगहों पर होगा.
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए कोवैक्सीन भारत की पहली देसी वैक्सीन उम्मीदवार है. हैदराबाद की कंपनी की विकसित कोवैक्सीन निष्क्रिय वैक्सीन की श्रेणी में आती है. इसका मतलब है कि वायरस को निष्क्रिय कर दिया गया और किसी शख्स को संक्रमित करने की क्षमता नहीं होगी.
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