Cabinet Meeting On Subsidy: खरीफ़ सीजन में धान और अन्य फ़सलों की बुवाई से पहले किसानों के लिए एक राहत भरी ख़बर आने की उम्मीद है. आज होने वाली कैबिनेट की बैठक में ख़रीफ़ सीजन के लिए फ़र्टिलाइज़र पर दी जाने वाली सब्सिडी को बढ़ाने का फ़ैसला हो सकता है. 


सब्सिडी बढ़ाने पर सरकार कर सकती है फैसला


सब्सिडी बढाने से किसानों को मिलने वाले खाद के दाम नहीं बढ़ेंगे और उन्हें पुराने दाम पर ही खाद मिलना सम्भव हो सकेगा. सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पिछले साल जनवरी से ही लगातर फ़र्टिलाइज़र की क़ीमत में बढोत्तरी हो रही है जिसके चलते देश में खाद्य के दाम बढ़ने की आशंका है. साथ ही , रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते भारत में फ़र्टिलाइज़र के आयात पर भी असर पड़ा है. ऐसे में फ़र्टिलाइज़र पर दी जाने वाली सब्सिडी को बढ़ाकर दाम बढ़ने से रोका जा सकेगा.


नहीं होगी फर्टिलाइजर की कमी


सूत्रों के मुताबिक़ इस साल विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद फ़र्टिलाइज़र की कमी नहीं रहने वाली है. सूत्रों ने बताया कि इस साल ख़रीफ़ सीजन (जिसकी बुवाई जून-जुलाई महीने में शुरू होती है) में 354 लाख टन फ़र्टिलाइज़र की मांग रहने की संभावना है जबकि इसकी उपलब्धता 485 लाख टन रहने का अनुमान है. इसमें घरेलू और आयातित, दोनों तरह के फ़र्टिलाइज़र शामिल हैं.


बजट में फर्टिलाइजर पर मिलने वाली सब्सिडी में कटौता का ऐलान


फरवरी महीने में सरकार ने जब बजट पेश किया था उसमें भी फर्टिलाइजर पर मिलने वाली सब्सिडी में भारी कटौती का ऐलान किया था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में यूरिया सब्सिडी के लिए 63 हजार 222 करोड़ रुपये का आवंटन किया था.


ये भी पढ़ें: Auraiya News: किसान ने उठाया खौफनाक कदम, खेतों को बचाने के लिए धधकती आग में ट्रैक्टर लेकर घुस गया और फिर...


ये भी पढ़ें: Lemon Farming: सागर में नींबू की खेती से किसान हुआ मालामाल, गर्मी में दाम बढ़ने से हुई बंपर आमदनी