Modi Poster Controversy: दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है. पिछले महीने पीएम मोदी से जुड़े पोस्टर लगाने के खिलाफ तीन लोगों पर एक्शन लेते हुए पुलिस ने उन्हें गिफ्तार किया था. वहीं, एक और व्यक्ति को राजधानी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में चिपकाए गए पोस्टरों को लेकर हिरासत में लिया गया था. इन पोस्टरों में लिखा था 'मोदी हटाओ, देश बचाओ'. अब इस मामले में पर्चा छापने वाले शख्‍स का बयान सामने आया है. 


प्रिंटिंग प्रेस के मालिक ने इस मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि उसने अबतक कई राजनेताओं पोस्टर छापे हैं, लेकिन इससे पहले कभी पूछताछ या गिरफ्तारी नहीं हुई. ओम साईं प्रिंटर्स के मालिक विनोद पुंडीर ने कहा कि वह और उनके भाई दीपक तीन दशक से अधिक समय से दिलशाद गार्डन में अपना प्रिंटिंग प्रेस चला रहे हैं. हम कभी भी कुछ भी अवैध नहीं करेंगे. हम बस अपना काम कर रहे हैं. 


'मैंने कुछ भी गलत नहीं किया'


उन्होंने बताया कि 17 मार्च को एक राजनीतिक नेता ने लगभग 50,000 पोस्टर के लिए एक आदेश दिया गया था. हमने पोस्टर छपवाए और तीन दिनों के अंदर उन्हें राउज एवेन्यू में पहुंचा दिया. उन्होंने कहा कि पश्चिमी दिल्ली में पुलिस की तरफ से पोस्टर देखे जाने के बाद उन्हें देर रात उठा लिया गया. उनकी पत्नी और बच्चे डर गए. उनका कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पोस्टर पर स्पष्ट रूप से उनके प्रिंटिंग प्रेस का नाम लिखा हुआ है. 


मामले को लेकर पुलिस का बयान


पुलिस ने कहा कि पोस्टरों पर प्रिंटिंग प्रेस का नाम नहीं देने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है. उन पर द प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ बुक्स एक्ट और दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ डिफेसमेंट ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट के तहत आरोप लगाए गए थे. तीन लोगों को 20-21 मार्च को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था. 


ये भी पढ़ें: 


Violence Row: 'जब कमजोर पड़ती है तब दंगे भड़काती है बीजेपी', बंगाल और बिहार हिंसा पर मल्लिकार्जुन खरगे का वार