BJP Focus On Muslim Voters: देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बार मुस्लिम वोटरों के लिए बीजेपी ने खास योजना बनाई है. जानकारी के मुताबिक, पार्टी यह काम 'मोदी मित्र' के जरिए करेगी. देश के 65 मुस्लिम बाहुल्य जिलों में पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय के तकरीबन 5 हजार कार्यकर्ताओं को मोदी मित्र के तौर पर नियुक्त करेगी.


ये मुस्लिम वोटर्स को बीजेपी से जोड़ने का काम करेंगे. मोदी मित्र नियुक्त करने का काम पार्टी की अल्पसंख्यक मोर्चा इकाई को यह काम सौंपा जाएगा. मोदी मित्र अपने क्षेत्र में हर घर तक पहुंचेंगे. ये मुस्लिम समाज के लोगों को उनके लिए शुरू की गई मोदी सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे.


इसके लिए मुस्लिम इलाके और सीटों की पहचान कर ली गई है. इनमें सबसे ज्यादा जिले उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के शामिल किए गए हैं. एक साल तक चलने वाली इस योजना की शुरुआत 25 अप्रैल से होगी. 


सूफी संवाद महाअभियान की शुरुआत


इसके पहले बीजेपी ने 15 मार्च से सूफी संवाद महाअभियान कार्यक्रम की शुरुआत की है. इसको लेकर पार्टी ने 150 नॉन पॉलिटिकल लोगों की एक टीम बनाई है. ये टीम भी मुस्लिम वोटरों को बीजेपी के नजदीक लाने का काम करेगी.


इसके तहत विभिन्न संवाद कार्यक्रमों के जरिए तकरीबन 1 साल तक देशव्यापी अभियान चलाया जाएगा और इस साल के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.


यूपी की इन सीटों पर फोकस


उत्तर प्रदेश में सहारनपुर, मेरठ, रामपुर और आजमगढ़ जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. वहीं बिहार के किशनगंज, अररिया और कटिहार जैसे लोकसभा क्षेत्रों पर ऐसे ही कार्यक्रम किए जाएंगे. इसके अलावा पश्चिम बंगाल और केरल में भी बीजेपी इसी तरह से काम करेगी.


मुस्लिम बाहुल्य सीटें जीत रही बीजेपी


बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के मुताबिक, "प्रधानमंत्री मोदी के कल्याणकारी विकास कार्यों के कारण समाज के सभी वर्गों में उनके प्रति आकर्षण बढ़ रहा है. मुस्लिम समुदाय भी इससे अछूता नहीं है. यूपी के रामपुर जैसे मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्रों में बीजेपी को मिली जीत यह सुनिश्चित करती है कि मुस्लिम मतदाताओं में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के प्रति सोच में बदलाव आ रहा है."


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