पणजी: कांग्रेस ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से इस्तीफा मांगने की हिम्मत नहीं कर सके क्योंकि उनके पास राफेल सौदे से जुड़ी कई ऐसी जानकारियां हैं, जिसका इस्तेमाल वह उन्हें 'ब्लैकमेल' करने के लिए कर सकते थे.


गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने यह आरोप बीजेपी द्वारा यह घोषणा करने के बाद लगाया कि पर्रिकर मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे. भाजपा ने यह घोषणा करके राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कई दिनों से जारी अटकलों पर विराम लगा दिया है.


चोडणकर ने संवाददाताओं से कहा कि मैं इसको लेकर आश्वस्त हूं कि मनोहर पर्रिकर के पास राफेल सौदे के बारे में काफी सूचना होगी क्योंकि वह उस समय रक्षा मंत्री थे. पर्रिकर राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती हैं. उन्हें अग्नाशय संबंधी परेशानी है. वहीं कांग्रेस गोवा विधानसभा में शक्ति परीक्षण की मांग लगातार कर रही है.


गिरीश चोडणकर ने दावा किया कि राफेल सौदे के चलते मोदी और शाह में पर्रिकर से इस्तीफा मांगने का साहस नहीं था. उन्होंने कांग्रेस के आरोप को दोहराया कि 36 राफेल विमानों का सौदा एक 'बड़ा घोटाला' है जिसमें मोदी भी शामिल हैं.


गिरीश चोडणकर ने आरोप लगाया कि बीमार पर्रिकर प्रदेश के लिए पिछले सात महीने से समय नहीं निकाल पा रहे हैं. इस कारण प्रदेश की व्यवस्था चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर्रिकर के अलावा प्रदेश के 2 अन्य मंत्री अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा चलता रहा तो गोवा ही आइसीयू में चला जाएगा.


40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में पर्रिकर को 23 विधायकों का समर्थन हासिल है. प्रदेश में बीजेपी के पास 14 विधायक, कांग्रेस के पास 16 विधायक हैं.