Mohali Attack: पंजाब के मोहाली में हुए से जुड़ी बड़ी ख़बर आ रही है. दरअसल पुलिस ने इस रॉकेट हमले में इस्तेमाल किए गए रॉकेट लॉन्चर को बरामद कर लिया है. यह लॉन्चर संदिग्धों से पूछताछ के बाद बरामद हुआ. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन बाकी संदिग्धों को पकड़कर उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस को उम्मीद है जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.


पंजाब के मोहाली में सोमवार देर शाम इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर एक चलती कार ने रॉकेट से हमला किया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमला करने वाले स्विफ्ट कार में आए थे और उन्होंने चलती कार से ही इमारत को निशाना बनाया था. वहीं यह पूरी घटना वहां मौजूद सीसीटीवी में कैद हो गई है. हमले की जानकारी मिलने के साथ ही केवल मोहाली ही नहीं बल्कि ट्राइसिटी के अधिकारी भी हरकत में आ गए. 


पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. एसएसपी चंडीगढ़ कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी मोहाली विवकेशील सोनी ने मौके पर पहुंचकर सारे तथ्यों की पड़ताल की. मोहाली पुलिस ने बताया इस विस्फोट की सूचना उन्हें सोमवार देर शाम करीब सात बजकर 45 मिनट पर मिली. जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त ज्यादातर मुलाजिम ऑफिस से घर की तरफ निकल गए थे. केवल सिक्योरिटी फोर्सेज ही वहां पर तैनात थे. 


पुलिस ने बताया कि लॉन्चर की मदद से रॉकेट 25-30 मीटर की दूरी से फेंका गया, ज्यादा दूरी ना होने के कारण रॉकेट बिल्डिंग की खिड़की से सीधा  मुख्यालय के मेज के पास गिरा. 


सीएम ने दिए पूरे मामले की जांच के आदेश


वहीं इस घटना के बाद प्रशासन भी सख्ते में आ गई है. सीएम भगवंत मान ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं सीएम ने डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है. 


हमला होना इंटेलिजेंस की भी नाकामी


पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत ने कहा कि इस तरफ का हमला होना राज्य की इंटेलिजेंस की भी नाकामी है. उनके अपने ही हेडक्वाटर पर ही हमला हो जाता है. इंटेलीजेंस की विफलता इसलिए भी इसे कहा जाएगा क्योंकि लगातार इस तरीके के इनपुट्स आ रहे थे की इस तरीके की घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है. 


पंजाब पुलिस भी मान चुकी है कि खुफिया विभाग के मुख्यालय के रूम नम्बर 418 में हुए इस रॉकेट हमले में TNT विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ. इस हमले की जिम्मेदारी एसएफजे ने ली है. जिसने पंजाब को दहलाने के लिए लश्कर ए खालसा नाम से संगठन बनाया.


ये भी पढ़ें:


Azam Khan Bail: आजम खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत, क्या जेल से आएंगे बाहर?


Sedition Law: राजद्रोह के लंबित मुकदमों में कार्रवाई को स्थगित रखा जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कल तक मांगा जवाब